तमिलनाडु के कल्लाकुरिची शराब त्रासदी में मृतकों की संख्या 49 तक पहुंची
जून, 21 2024तमिलनाडु की कल्लाकुरिची शराब त्रासदी: मृतकों की संख्या 49 हो गई
तमिलनाडु के कल्लाकुरिची जिले में हुई शराब त्रासदी ने पूरे राज्य को सदमे में डाल दिया है। इस त्रासदी में अब तक 49 लोगों की मौत हो चुकी है। करुणापुरम में नकली शराब के सेवन से यह संख्या लगातार बढ़ रही है। इस भयावह घटना के बाद पूरे राज्य में हाहाकार मच गया है और प्रशासन के हाथ-पाँव फूले हुए हैं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, इस त्रासदी के कारण एक ही परिवार के कई सदस्य अपनी जान गंवा चुके हैं। कई परिवारों पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। इस त्रासदी की गहराई को समझने के लिए एक नजर इस पर डालते हैं कि हादसा कैसे हुआ और इसके पीछे कौन जिम्मेदार है।
नकली शराब का असर
इस त्रासदी का मुख्य कारण नकली शराब का सेवन बताया जा रहा है, जिसमें अत्यधिक मात्रा में मेथेनॉल मिला हुआ था। मेथेनॉल एक जहरीली रसायन है, जिसका मानव शरीर पर भयानक असर पड़ता है। इस विषैली शराब के सेवन से लोगों की हालत बिगड़ती चली गई और अंततः कई लोगों की मौत हो गई।
कुल मिलाकर 115 लोग इस त्रासदी की चपेट में आए हैं और इलाज करा रहे हैं। इनका इलाज कल्लाकुरिची गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल, सलेम और पुडुचेरी के जेआईपीएमईआर जैसे विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। इन प्रभावितों में से 25 की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिससे मृतकों की संख्या के और बढ़ने की आशंका बनी हुई है।
सरकार की प्रतिक्रिया
राज्य सरकार ने इस त्रासदी को गंभीरता से लिया है। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मृतकों के परिवारों के लिए 10 लाख रुपये और उपचाराधीन लोगों के लिए 50,000 रुपये की सहायता राशि की घोषणा की है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने पुलिस को निर्देश दिया है कि वे इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाएं और नकली शराब के स्रोत का पता लगाएं।
मंत्री उदयनिधि स्टालिन द्वारा दौरा
मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने पीड़ित परिवारों का दौरा किया और उन्हें सांत्वना दी। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा दिए गए सहायता चेक भी परिवारों को सौंपे। उन्होंने यह आश्वासन भी दिया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और नकली शराब की बिक्री को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।
जांच और गिरफ्तारी
पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाही करते हुए अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अब जांच कर यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि मेथेनॉल आखिरकार कहां से आया और किसने इस घातक शराब को बनाकर लोगों तक पहुंचाया। इस पूरे मामले में साजिशकर्ताओं का पर्दाफाश किया जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
निष्कर्ष
कल्लाकुरिची में हुई इस त्रासदी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि नकली शराब का कुप्रभाव कितना घातक हो सकता है। राज्य सरकार, पुलिस और संबंधित एजेंसियों को इस दिशा में और भी सख्त कदम उठाने होंगे ताकि भविष्य में ऐसे हादसे रोके जा सकें। इस हादसे ने ना सिर्फ प्रभावित परिवारों को बल्कि पूरे राज्य को भी गहरे सदमे में डाल दिया है। उम्मीद है कि इस घटना के बाद नकली शराब के काले कारोबार पर पूरी तरह से अंकुश लगेगा और इस प्रकार के हादसे दुबारा नहीं होंगे।