ग्लोबल मार्केट क्रैश के बीच भारत VIX में जबरदस्त उछाल, 25,500 लेवल पर निफ्टी कॉल बिल्ड-अप
अग॰, 5 2024
ग्लोबल बाजारों में गिरावट का असर
भारत VIX में हुई इस जबरदस्त उछाल के कारण एक व्यापक चिंता का माहौल है। 50% की वृद्धि के साथ 21.78 तक पहुंचने वाला VIX दर्शाता है कि बाजार में अस्थिरता अपने चरम पर है। खासकर 5 अगस्त 2024 को ग्लोबल बाजारों में तेजी से आई गिरावट ने निवेशकों और ट्रेडरों के मन में डर पैदा कर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप उन्होंने ऑप्शंस खरीदने की ओर रुख किया। सेंसेक्स 2,676.64 अंक या 3.31% गिरकर 78,305.31 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 820.00 अंक या 3.32% गिरकर 23,897.70 पर आ गया।
फ्यूचर्स और ऑप्शंस मार्केट की स्थिति
फ्यूचर्स और ऑप्शंस (एफ एंड ओ) मार्केट में 25,500 लेवल पर कॉल ऑप्शंस का भारी बिल्ड-अप देखा गया है, जो इस स्तर पर मजबूत प्रतिरोध को इंगित करता है। जेएम फाइनेंशियल में डेरिवेटिव रिसर्च के वाइस प्रेसिडेंट अक्षय भगवत ने कहा कि विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) द्वारा ऑप्शंस में बड़े पैमाने पर खरीदारी और VIX में उछाल इस बात का संकेत देते हैं कि बाजार में डर और अस्थिरता बढ़ रही है।
विशेषज्ञों ने 24,500 स्ट्राइक पर पुट राइटर्स को अपनी बेट्स अनवाइंड करने और 24,000 के निचले स्ट्राइक पर शिफ्ट होने की सलाह दी है। इंन्ट्राडे रीस्पाइट्स या पुलबैक्स करीब 24,300-24,350 लेवल पर अपेक्षित हैं। ऑप्शंस डेटा के अनुसार, 25,500 लेवल पर सबसे ज़्यादा कॉल राइटिंग हो रही है, जो दिन के लिए मजबूत प्रतिरोध का काम करेगा ।
निफ्टी के समर्थन और प्रतिरोध क्षेत्र
अक्षय भगवत ने यह भी हाइलाइट किया कि 24,150-24,200 के स्तर पर निफ्टी स्पॉट में इंट्रा समर्थन है। यदि समर्थन कायम रहे, तो 24,500-24,600 जॉन तक की रेस्पाइट बाउंस देखी जा सकती है; लेकिन यदि समर्थन टूटता है, तो 23,900-24,000 का शार्ट-टर्म मुख्य समर्थन क्षेत्र पुनः देखे जाने की संभावना है।
वैश्विक चिंताएं और घरेलू लिक्विडिटी
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने भारतीय बाजारों में कमजोरी का कारण वैश्विक चिंताओं को ठहराया, जिसमें यह संकेत दिया गया कि वैश्विक संकेतों के कारण तत्काल कमजोरी हो सकती है, लेकिन घरेलू लिक्विडिटी बाजारों को मजबूत बनाए रख सकती है।
ब्रोकरेज फर्म ने उम्मीद जताई कि निफ्टी 24,000-25,000 के व्यापक रेंज में समेकित रहेगा और स्टॉक-स्पेसिफिक एक्शन जारी रहेगा। पिछले सप्ताह की सुस्ती गतिविधि और ओवरबॉट स्थिति ने पिछले आठ हफ्तों में 18% की रैली के बाद एक विराम का संकेत दिया।
तकनीकी विश्लेषण और निवेश सलाह
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज का मानना है कि एक संरचनात्मक बुल मार्केट में, वेनेरेरी सुधार सामान्य होते हैं, और यहाँ से एक विस्तारित ब्रेथर संभव हो सकता है। निवेशकों को सलाह दी गई है कि वे गुणवत्ता स्टॉक्स पर ध्यान दें जिनकी मजबूत अर्निंग्स हों, क्योंकि 24,000 स्तर पर मजबूत समर्थन है।
shiv prakash rai
अगस्त 5, 2024 AT 18:50अरे, VIX की अब तक की सबसे बड़ी उछाल देखकर लगता है कि बाजार में सबको तुरंत फ़्लैशबैक चाहिए। 50% की वृद्धि तो मानो सिनेमा की थ्रिलर जैसी है, लेकिन असल में यह सिर्फ़ डर का संकेत है। जेएफ़ए के एक्सपर्ट ने कहा कि विदेशी संस्थानों के बड़े खरीदारी से इस बॉस्टरिंग हुई है, इस पर आप क्या कहेंगे? यदि इस वोलैटिलिटी को एक ही बार में शेयर‑बाजार में खींचा जाए तो निवेशक शायद पॉपकॉर्न लेकर बैठे रहेंगे। फिर भी, हमें इस झटके से सीख लेनी चाहिए – अधिकतर समय समर्थन स्तर ही सर्वोत्तम होते हैं। अंत में, एक झपकी ले कर फिर से ट्रेडिंग की रणनीति बनाना बेहतर रहेगा।
Subhendu Mondal
अगस्त 5, 2024 AT 18:58इहां का VIX उछाल पूरे फेक है, गड़बड़ी करन वाले खुद की ही धूप में जल रहे हैं।
Ajay K S
अगस्त 5, 2024 AT 19:06सही कहा गया है, बाजार में अटकलें केवल पूंजीवादी दिमाग़ की परछाइयाँ हैं। 📈 यह सिर्फ़ एक बड़ी शोभा नहीं, बल्कि मौन में घटी हुई एक किंवदंती है।
Saurabh Singh
अगस्त 5, 2024 AT 19:15देखो, ये ग्लोबल मार्केट क्रैश पीछे कोई गुप्त एजेंडा है जो हमें बोरिंग रिज़ॉल्यूशन से बचाता है। विदेशी संस्थानों की बड़ी खरीददारी तो इस बात का स्पष्ट संकेत है कि कूद‑फाड़ की तैयारियों में सब लगे हैं। इसलिए, हर ट्रेड को एक रणनीति के साथ देखो, न कि सिर्फ़ आँकड़ों के झटके से।
Jatin Sharma
अगस्त 5, 2024 AT 19:23बाजार की अस्थिरता को देखते हुए, निफ्टी के 24,150‑24,200 के समर्थन स्तर को टिकाए रखना सबसे बड़ा ध्यान रखना चाहिए। अगर ये समर्थन टूटता है तो 23,900‑24,000 के रेंज में रिवर्सल की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए, अपने पोर्टफ़ोलियो में क्वालिटी स्टॉक्स को जोड़ना और पुट‑राइटर्स को बैलेंस करना समझदारी होगी।
M Arora
अगस्त 5, 2024 AT 19:33बाज़ार की मौजूदा स्थिति को समझने के लिए हमें सिर्फ़ चार्ट नहीं, बल्कि निवेशकों की मनोवैज्ञानिक अवस्था भी देखनी चाहिए। VIX का अचानक बढ़ना दर्शाता है कि डर और अनिश्चितता दोनों का मिश्रण है। जब डर का स्तर बढ़ता है, तो अक्सर लोग इमोशनल फैसले लेते हैं और लघु‑समय की बुलिश रैली को चूक जाते हैं। इसी कारण से, लंबी अवधि के निवेशकों को अपने पोर्टफ़ोलियो की स्थिरता पर फ़ोकस करना चाहिए। अगर आप 24,150‑24,200 के समर्थन को मजबूत मानते हैं, तो इस स्तर के नीचे की डिप को एक एंट्री पॉइंट के रूप में देख सकते हैं। लेकिन याद रखें, हर बार समर्थन टूटता नहीं, बल्कि केवल एक अस्थायी प्राइस कॉन्टैक्ट होता है। इसलिए, एक मजबूत रिस्क मैनेजमेंट सेटअप बनाना आवश्यक है, जैसे कि स्टॉप‑लॉस को 23,900 के आसपास रखना। एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि ऑप्शंस का बिल्ड‑अप भी थोड़ा सतर्कता का संकेत देता है। बड़े फंडों द्वारा 25,500 लेवल पर कॉल खरीदना संकेत करता है कि वे इस रेंज को प्रतिरोध मानते हैं। यदि यह प्रतिरोध टूट जाता है, तो हमें अगले रेज़िस्टेंस लेवल को 26,000‑26,500 पर देखना चाहिए। हालांकि, एक छोटा पुल‑बैक 24,300‑24,350 के आसपास भी संभव है, जो ट्रेडर्स को थोड़ा आराम देगा। इस बीच, क्वालिटी सॉल्यूशन स्टॉक्स में अर्निंग्स की स्थिरता निवेशकों को भरोसा दिला सकती है। इसलिए, डाइवर्सिफिकेशन को नहीं भूलें, चाहे आप छोटे‑टाइम या लोंग‑टाइम ट्रेडर हों। अंत में, मन की शान्ति के बिना कोई भी ट्रेड सफल नहीं हो सकता, इसलिए सबकुछ को एक ही नजरिये से नहीं देखना चाहिए। संक्षेप में, वर्तमान वोलैटिलिटी को एक अवसर के रूप में देखें, लेकिन हमेशा रिस्क को पहले स्थान पर रखें।