शक्तिकांत दास बने प्रधानमंत्री मोदी के प्रमुख सचिव, विवादास्पद कार्यकाल के बीच नियुक्ति

शक्तिकांत दास को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रमुख सचिव नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में एक नई स्थिति का सृजन करती है। दास, जो एक 1980 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और तमिलनाडु से आते हैं, ने आरबीआई गवर्नर के रूप में छह वर्ष (2018-2023) तक काम किया।
उनका कार्यकाल कई आर्थिक चुनौतियों से भरा रहा, जैसे कि नोटबंदी और महामारी प्रबंधन। दास ने नोटबंदी के समय में आर्थिक मामलों के सचिव के रूप में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने अर्थव्यवस्था की स्थिरता के लिए आरबीआई में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए।
2018 में गवर्नर के रूप में नियुक्त होने के बाद, दास ने आरबीआई में कई अहम फैसले लिए, जैसे कि अर्थव्यवस्था को मध्यम अवधि के लिए स्थिर करना और वैश्विक आर्थिक उथल-पुथल के बीच मौद्रिक नीति का प्रभावी प्रबंधन। कोविड-19 महामारी के दौरान, दास ने भारतीय वित्तीय बाजार को स्थिर करने के लिए कई उपाय लागू किए और सभी प्रतिनिधियों के साथ सक्रिय संवाद बनाए रखा।
उनकी इस नियुक्ति के साथ यह भी चर्चा हो रही है कि यह प्रधानमंत्री मोदी की आर्थिक नीतियों और प्रशासनिक निर्णयों में नौकरशाही विशेषज्ञता पर विश्वास की पुष्टि करता है। दास की नियुक्ति का समय भी मोदी के कार्यकाल के समापन के साथ मेल खाता है, जो यह दर्शाता है कि उन्हें सरकार के महत्वपूर्ण निर्णय प्रक्रियाओं में शामिल किया गया है।