नेपाल में 6.4 तीव्रता का भूकंप, दिल्ली-एनसीआर में महसूस हुए तेज झटके

नेपाल में 6.4 तीव्रता का भूकंप, दिल्ली-एनसीआर में महसूस हुए तेज झटके सित॰, 12 2024

नेपाल में तेज भूकंप: दिल्ली-एनसीआर में महसूस किए गए झटके

शुक्रवार रात को नेपाल के जाजरकोट जिले में आए 6.4 तीव्रता के भूकंप के झटके पूरी उत्तर भारत में महसूस किए गए। यह भूकंप रात 11:32 बजे आईएसटी पर आया और इससे दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में भूकंप के तेज झटके महसूस हुए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) ने इसकी पुष्टि की। लगभग 10 किलोमीटर की गहराई पर आया यह भूकंप पिछले एक महीने में नेपाल में आया तीसरा बड़ा भूकंप है, जो हिमालयन टेक्टोनिक क्षेत्र में इसकी उच्च भूकंपीय सक्रियता को दर्शाता है।

दिल्ली-एनसीआर में मची हड़कंप

दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद और गाज़ियाबाद के निवासियों ने भूकंप के झटकों के बाद अपने घरों से बाहर निकल आना ही बेहतर समझा। लोगों ने बताया कि वे झटके बहुत ही तेज थे और लगभग 15 सेकंड तक महसूस किए गए। खिड़कियों के शीशे खड़खड़ाने लगे, पंखे और झूमर हिलने लगे, जिससे लोगों में भय का माहौल बन गया। दिल्ली पुलिस ने लोगों को शांति बनाए रखने और सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए आगाह किया। उन्होंने लिफ्टों का उपयोग न करने की सलाह दी।

नेपाली निवासियों का नुकसान और प्रतिक्रिया

इस भूकंप का केंद्र नेपाल के जाजरकोट जिले में था, जो अयोध्या से करीब 227 किलोमीटर उत्तर में और काठमांडू से 331 किलोमीटर पश्चिम-उत्तर पश्चिम में है। नेपाल में इस भूकंप से कुछ संपत्ति हानि और चोटें आने की खबरें हैं। काठमांडू और आसपास के इलाकों में भूकंप के बाद राहत और बचाव कार्य शुरू हो गया है।

उत्तर भारत के अन्य क्षेत्रों में झटके

बिहार के पटना, उत्तर प्रदेश के अयोध्या, लखनऊ, वाराणसी और अन्य शहरों में भी इस भूकंप के झटके महसूस किए गए। उत्तर भारत का यह क्षेत्र हिमालय के करीब होने के कारण भूकंपीय दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह क्षेत्र संभावित रूप से भविष्य में और भी भूकंपों का सामना कर सकता है।

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं

भूकंप के बाद सोशल मीडिया पर भी हलचल मच गई। कई लोगों ने अपने अनुभव और भूकंप के वीडियो साझा किए। ट्विटर, फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर लोग इस घटना को लेकर सक्रिय दिखे और अपने-अपने अनुभव साझा किए। इसने लोगों में जागरूकता बढ़ाने में भी मदद की कि भूकंप के समय क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।

भविष्य के लिए सतर्कता

भविष्य के लिए सतर्कता

भूकंप की स्थिति में सतर्कता बरतना अति महत्वपूर्ण है। विशेषज्ञों का कहना है कि भूकंप के दौरान सबसे पहले सुरक्षित स्थान की तलाश करें और घबराएं नहीं। यदि आप घर के भीतर हैं, तो मेज या बिस्तर के नीचे छुपें और यदि बाहर हैं, तो खुले मैदान की तलाश करें। इस तरह की घबराहट भरी स्थिति में बच्चों और बुजुर्गों का खास ख्याल रखें।

भूकंप एक प्राकृतिक आपदा है, जो आमतौर पर बिना किसी चेतावनी के आती है। इसलिए इसके प्रति सावधानी और तैयारी हमेशा रहनी चाहिए। नेपाल और भारत के तमाम भूकंपीय वैज्ञानिक और विभाग इन झटकों के कारणों और प्रभावों का अध्ययन कर रहे हैं, ताकि भविष्य में इससे बेहतर तरीके से निपटा जा सके।