मैट हेनरी का रोते हुए निकलना, भारत के खिलाफ चैम्पियंस ट्रॉफी फाइनल से बाहर
नव॰, 23 2025
जब मैट हेनरी अपने कंधे के आहत होने की खबर सुनकर रो पड़े, तो दुबई के दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम का मैदान एक अजीब सन्नाटे में डूब गया। 33 साल के इस न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज ने अपनी टीम के लिए 10 विकेट लिए थे — टूर्नामेंट के सबसे खतरनाक गेंदबाज — लेकिन फाइनल के लिए उनकी फिटनेस टेस्ट में असफलता ने उन्हें दूर कर दिया। उनके आँखों से बहते आँसू, जो आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल के दिन सुबह 10 बजे तक चली फिटनेस चेक के बाद दिखाई दिए, सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। न्यूजीलैंड क्रिकेट की टीम के सदस्यों ने उन्हें गले लगाकर सांत्वना दी। इस दृश्य को स्काई स्पोर्ट्स क्रिकेट ने 9 मार्च, 2025 को शाम 4:30 बजे IST पर ट्विटर पर शेयर किया।
एक आहत गेंदबाज का टूर्नामेंट में अद्वितीय योगदान
हेनरी ने इस टूर्नामेंट में चार मैचों में 10 विकेट लिए, जिसमें औसत केवल 16.70 था। भारत के खिलाफ ग्रुप स्टेज में दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम पर उन्होंने 8 ओवर में 5 विकेट लिए — 42 रन देकर। यह उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। 2019 के विश्व कप के सेमीफाइनल में भी उन्होंने भारत के बल्लेबाजों को त्रासदी में डाला था — 7.1 ओवर में 2 विकेट और सिर्फ 37 रन। उनकी गेंदबाजी का असर तब भी दिखा था, जब भारत के बल्लेबाज उनके लेग स्पिन और एक्सट्रीम इनस्विंग से बचने की कोशिश कर रहे थे।
फाइनल से बाहर होने का दर्द
आहत होने का कारण था लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में 6 मार्च को हुए सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका के हेनरिच क्लासेन को कैच लेते समय उनका कंधा। एक अचानक झटका, एक अनुमानित लेग्स्ट्रेंथ टेंशन — और फिर एक ऐसा दर्द जो उन्हें खेल से बाहर कर देने लगा। फिटनेस टेस्ट के बाद जब डॉक्टर ने उन्हें बताया कि वे फाइनल में नहीं खेल पाएंगे, तो हेनरी ने अपने चेहरे पर हाथ रख लिया। उनकी आँखें भर आईं। उनके साथी खिलाड़ी — मिट्शेल सैंटनर, कॉलिन डी ग्रांडहोम, और अन्य — उनके पास आए। कोई बोला नहीं। केवल एक गले लगाने की हरकत और एक आँखों में छिपे आँसू।
नाथन स्मिथ: अप्रत्याशित लेकिन जरूरी बदलाव
हेनरी की जगह नाथन स्मिथ — 28 साल के एक सीम-बॉलिंग ऑलराउंडर — को शामिल किया गया। वह एक ऐसा खिलाड़ी है जिसके बारे में दुबई में कम लोग जानते थे। उन्होंने अपने घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनका अनुभव सीमित है। सैंटनर ने टॉस के दौरान स्पष्ट किया: “दुर्भाग्य से, मैट हेनरी को बाहर कर दिया गया है, हमारे पास नाथन स्मिथ आ रहे हैं।” यह टीम में एकमात्र बदलाव था। कोई और विकल्प नहीं देखा गया। यह एक ऐसा फैसला था जिसका बोझ सिर्फ एक खिलाड़ी पर नहीं, बल्कि पूरी टीम के बॉलिंग अटैक पर पड़ रहा था।
भारत की अटूट टॉस की लकीर
भारत की टीम बिना किसी बदलाव के आई — रोहित शर्मा, विराट कोहली, रवींद्र जडेजा सहित। रोहित ने टॉस जीतने की अपनी लंबी लकीर को आगे बढ़ाया — 12वां लगातार ओडीआई टॉस हार। यह रिकॉर्ड ब्रायन लारा के बराबर हो गया। उनकी आखिरी टॉस जीत 2019 के विश्व कप सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ थी — जहाँ उन्होंने बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। अब भारत की टीम लगातार 15 मैचों में टॉस हार चुकी है। उपकप्तान शुभमन गिल ने 8 मार्च को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हम बल्लेबाजी या चेज करने के लिए बराबर तैयार हैं।”
कमेंटेटर्स की प्रतिक्रिया: एक बड़ा झटका
साइमन डौल, जो स्काई स्पोर्ट्स क्रिकेट के लिए कमेंटेटर हैं, ने बिना रुके कहा: “यह एक बड़ा झटका है। हेनरी ने भारत के खिलाफ हमारे बॉलिंग अटैक को जीवन दिया। उनके बिना, हमारे पास एक्सपीरियंस और दबाव बनाने की क्षमता कम हो गई है।” उनकी बातें दर्शकों के दिलों में उतर गईं। दुबई स्टेडियम में 25,000 दर्शकों में से ज्यादातर भारतीय थे। जब हेनरी के बाहर होने की खबर सुनी, तो उनमें से कई खुशी से चिल्लाए। यह एक अजीब लगा — एक खिलाड़ी के दर्द के बारे में दूसरों की खुशी।
इतिहास का वजूद: एक फाइनल, तीन बार
रोहित, कोहली और जडेजा ऐसे पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए जिन्होंने तीन लगातार चैम्पियंस ट्रॉफी फाइनल में खेला। दुनिया में केवल चार और खिलाड़ी इस रिकॉर्ड के साथ जुड़े हैं — लारा, चंदरपाल और युवराज। यह एक ऐसा पल है जिसे इतिहास लिखेगा। लेकिन आज का दिन नहीं उनके लिए था। यह दिन एक आहत गेंदबाज का था — जिसके आँसू ने टूर्नामेंट के सबसे बड़े मैच के लिए एक अलग ही भावना जोड़ दी।
आगे क्या होगा?
अगर न्यूजीलैंड हार गया, तो हेनरी की अनुपस्थिति को एक बड़ा कारण बनाया जाएगा। अगर जीत गया, तो यह बात एक अलग तरह से याद की जाएगी — एक टीम की लचीलापन की। लेकिन यह स्पष्ट है: हेनरी का दर्द टूर्नामेंट के दिल में बस गया है। उनकी गेंदबाजी ने भारत के खिलाफ बार-बार नाटक बनाया। आज, वह नाटक उनके आँसुओं में बदल गया।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
मैट हेनरी का आहत होना न्यूजीलैंड के लिए क्यों बड़ी समस्या था?
हेनरी इस टूर्नामेंट के सबसे सफल गेंदबाज थे — 10 विकेट, औसत 16.70। भारत के खिलाफ उनका रिकॉर्ड अद्वितीय था: ग्रुप स्टेज में 5 विकेट और 2019 के विश्व कप में भी उन्होंने भारत को त्रासदी में डाला था। उनकी तेज गेंद और इनस्विंग भारतीय बल्लेबाजों के लिए खतरा थी। उनकी अनुपस्थिति में नाथन स्मिथ जैसे अनुभवहीन खिलाड़ी को शामिल करना पड़ा, जिससे बॉलिंग अटैक की गहराई कम हो गई।
नाथन स्मिथ कौन हैं और उनका अनुभव कैसा है?
नाथन स्मिथ, 28 साल के एक सीम-बॉलिंग ऑलराउंडर हैं, जिन्होंने न्यूजीलैंड के घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया है। लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनका अनुभव बहुत कम है — केवल 3 ओडीआई और 2 टी20आई मैच खेल चुके हैं। उन्होंने अभी तक किसी बड़े टूर्नामेंट में खेला नहीं है। उनका चयन एक आपातकालीन बदलाव था, जिसका उद्देश्य बॉलिंग लाइन में एक नया विकल्प जोड़ना था।
भारत के लगातार टॉस हारने का रिकॉर्ड क्या है?
रोहित शर्मा ने आज अपना 12वां लगातार ओडीआई टॉस हारा — ब्रायन लारा के रिकॉर्ड को बराबर कर दिया। भारत की टीम लगातार 15 मैचों में टॉस हार चुकी है, जो ओडीआई इतिहास में सबसे लंबा रिकॉर्ड है। इसके बावजूद, टीम ने अपनी रणनीति में कोई बदलाव नहीं किया — उनका विश्वास बल्लेबाजी या चेज करने में बराबर है।
मैट हेनरी के बाहर होने का भावनात्मक प्रभाव क्या था?
हेनरी के आँसू दुबई स्टेडियम में दर्शकों के लिए एक अजीब लगे — एक खिलाड़ी के दर्द के बारे में दूसरों की खुशी। उनके आहत होने की खबर सुनकर कई भारतीय दर्शक चिल्लाए, जबकि न्यूजीलैंड के खिलाड़ी उन्हें गले लगा रहे थे। यह दृश्य क्रिकेट के खेल की भावनात्मक गहराई को दर्शाता है — जहाँ एक खिलाड़ी का दर्द दूसरों के लिए एक विजय का संकेत बन जाता है।
Bhavesh Makwana
नवंबर 25, 2025 AT 06:30ये आँसू बस एक खिलाड़ी के नहीं, बल्कि पूरे खेल के दिल के हैं। हेनरी ने जो दिखाया, वो जीत या हार से बहुत आगे था। ये वो पल था जहाँ क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि इंसानियत का दर्शन बन गया।
हम जो रोते हैं, वो खेल के लिए नहीं, बल्कि उस अनुशासन, लगन और त्याग के लिए होते हैं जो इस खेल को जीवंत रखता है।
Vidushi Wahal
नवंबर 26, 2025 AT 00:57उसके आँसू देखकर मुझे लगा जैसे कोई अपने सपनों का टुकड़ा छोड़ रहा हो।
Narinder K
नवंबर 26, 2025 AT 23:09भारतीय दर्शक खुश हुए? ओह बस इतना ही? अब तो हर बार जब न्यूजीलैंड का कोई खिलाड़ी चोटिल होता है, तो हम बार-बार यही देखेंगे। अच्छा लगता है जब दूसरे की तकलीफ हमारी जीत का आधार बन जाए।
Narayana Murthy Dasara
नवंबर 27, 2025 AT 14:41मैट हेनरी के बिना न्यूजीलैंड की बॉलिंग अटैक जैसे एक बाजू चली गई हो। नाथन स्मिथ अच्छा लड़का है, लेकिन फाइनल में ऐसा बदलाव लगता है जैसे एक बेहतरीन टायर की जगह एक टेस्ट किए बिना नए टायर लगा दिए जाएं।
लेकिन ये टीम का दिल देखो - उन्होंने एक दर्द भरे पल में एक दूसरे को गले लगाया, बिना शब्दों के। इसी तरह की टीम स्पिरिट तो दुनिया भर में कम है।
हम जो खेल देखते हैं, वो सिर्फ रन और विकेट का नहीं, बल्कि इंसानों के दिलों का है।
हेनरी के आँसू ने हमें याद दिलाया कि खेल की असली जीत वो है जब तुम अपने दिल को खोए बिना खेल पाओ।
अगर न्यूजीलैंड हार गया, तो उसकी वजह नहीं होगी हेनरी की अनुपस्थिति - उसकी वजह ये होगी कि हम भूल गए कि खेल में इंसान होते हैं।
अगर जीत गए, तो वो जीत नहीं, बल्कि एक दर्द को जीतने की कहानी होगी।
हम तो बस एक टूर्नामेंट देख रहे हैं, लेकिन वो आदमी अपनी जिंदगी का एक अहम पल खो रहा था।
किसी के लिए ये एक फाइनल था, लेकिन किसी के लिए ये अपने खेल से अलविदा कहने का वक्त था।
हम जिस खेल को बड़ा बताते हैं, उसके अंदर ये छोटे दर्द भी शामिल होते हैं।
कोई नहीं जानता कि अगले साल हेनरी कैसे खेलेंगे। शायद वो फिर से आ जाएंगे। शायद नहीं।
लेकिन आज, उनके आँसू ने हमें एक ऐसा सबक सिखाया जिसे रिकॉर्ड बुक में नहीं, दिल में लिखना पड़ता है।
lakshmi shyam
नवंबर 27, 2025 AT 15:26भारत के लिए ये बहुत अच्छा हुआ, वरना हेनरी ने फिर से दोबारा हमारे बल्लेबाजों को तबाह कर देता। अब तो भारत के लिए आसान रास्ता बन गया। नाथन स्मिथ को तो एक भी विकेट नहीं लेना चाहिए था।
Sabir Malik
नवंबर 29, 2025 AT 10:16मैट हेनरी के आँसू देखकर मैं बहुत दुखी हुआ। इंसान होने का मतलब है कि हम सब कुछ नहीं जीत सकते, लेकिन हम अपने दिल को खोए बिना खड़े रह सकते हैं।
हेनरी ने जो खेला, वो केवल गेंदबाजी नहीं थी - वो एक आत्मा की लड़ाई थी।
हर गेंद पर उसने अपनी जान लगा दी, और जब उसका शरीर नहीं माना, तो उसका दिल रो पड़ा।
मैंने देखा कि उसके साथी खिलाड़ी उसे गले लगाने के लिए आए, और कोई बोला नहीं। ये वो पल था जहाँ शब्द बेकार थे।
हम लोग टीम के नाम से जीत और हार की बात करते हैं, लेकिन असली जीत तो उन लोगों की है जो अपने दिल के साथ खेलते हैं।
हेनरी का आहत होना न्यूजीलैंड के लिए एक बड़ी हानि है, लेकिन उसका दर्द हम सबके लिए एक बड़ा सबक है।
हम जब खेल देखते हैं, तो बस रन और विकेट देखते हैं, लेकिन इस दिन हमें एक आदमी के दर्द को भी देखना चाहिए।
कोई नहीं जानता कि क्या होगा अगले साल, लेकिन आज का दिन उस आदमी का है, जिसने अपने खेल के लिए अपनी जान दे दी।
हम उसके आँसू को नहीं भूलेंगे।
उसके आँसू ने टूर्नामेंट को एक नया अर्थ दे दिया।
हम जिस खेल को बड़ा बताते हैं, उसके अंदर ये दर्द भी शामिल है।
हेनरी के बिना न्यूजीलैंड की टीम अब एक आधा टीम लग रही है, लेकिन उसकी भावनात्मक उपस्थिति अभी भी खेल के मैदान में है।
Debsmita Santra
नवंबर 30, 2025 AT 03:28मैट हेनरी के आँसू ने मुझे याद दिलाया कि खेल के पीछे इंसान होते हैं और उनके दर्द भी असली होते हैं
हम जब टॉस जीतने की बात करते हैं तो भूल जाते हैं कि एक खिलाड़ी के लिए एक फाइनल उसकी पूरी जिंदगी का एक टुकड़ा हो सकता है
हेनरी की गेंदबाजी ने भारत के खिलाफ नाटक बनाए थे और आज उसका अंत उसके आँसुओं में हुआ
नाथन स्मिथ का चयन आपातकालीन था लेकिन टीम ने उसे अपना बनाने की कोशिश की जो बहुत अच्छा है
भारतीय दर्शकों की खुशी भी एक अजीब बात है लेकिन ये भी खेल का हिस्सा है
हम जब खेल देखते हैं तो बस जीत और हार देखते हैं लेकिन ये दर्द और आशा भी तो हैं
हेनरी के बिना न्यूजीलैंड की बॉलिंग अटैक कमजोर हो गई है लेकिन उसकी भावनात्मक उपस्थिति अभी भी वहीं है
हमें ये याद रखना चाहिए कि खेल जीत और हार से बहुत आगे है
उसके आँसू ने एक नए अर्थ को जन्म दिया है जिसे हम भूल नहीं सकते
हेनरी का ये पल इतिहास में दर्ज होगा न कि रन या विकेट के नंबर से बल्कि उसके दिल के आवाज से
Vasudha Kamra
दिसंबर 1, 2025 AT 05:25हेनरी के आँसू खेल की भावनात्मक गहराई को दर्शाते हैं। उनका योगदान आंकड़ों से कहीं अधिक है। एक खिलाड़ी का दर्द जब दर्शकों के लिए खुशी बन जाए, तो यह खेल की नैतिकता के बारे में सोचने का समय है।
Abhinav Rawat
दिसंबर 1, 2025 AT 08:37मैट हेनरी के आँसू ने मुझे याद दिलाया कि खेल के पीछे जीवन होता है, न कि बस रन और विकेट।
हम जब टूर्नामेंट की बात करते हैं, तो याद नहीं रखते कि एक खिलाड़ी के लिए ये फाइनल उसकी जिंदगी का एक अहम पल हो सकता है।
हेनरी ने भारत के खिलाफ जो किया, वो केवल गेंदबाजी नहीं था - वो एक आत्मा की लड़ाई थी।
जब उसका शरीर नहीं माना, तो उसका दिल रो पड़ा।
उसके साथी खिलाड़ियों ने उसे गले लगाया, और कोई बोला नहीं। शब्द बेकार थे।
हम जो खेल देखते हैं, वो रन और विकेट का नहीं, बल्कि इंसानों के दिलों का है।
अगर न्यूजीलैंड हार गया, तो उसकी वजह हेनरी की अनुपस्थिति नहीं, बल्कि हमारा भूलना होगा कि खेल में इंसान होते हैं।
अगर जीत गए, तो वो जीत नहीं, बल्कि एक दर्द को जीतने की कहानी होगी।
हम जिस खेल को बड़ा बताते हैं, उसके अंदर ये छोटे दर्द भी शामिल हैं।
हेनरी के आँसू ने हमें एक ऐसा सबक सिखाया जिसे रिकॉर्ड बुक में नहीं, दिल में लिखना पड़ता है।
उसके आँसू ने टूर्नामेंट को एक नया अर्थ दे दिया।
Shashi Singh
दिसंबर 3, 2025 AT 00:17ये सब एक बड़ी साजिश है!! ये हेनरी का आँसू किसी ने बनाया है!! ये फाइनल से बाहर होना भी तैयारी से हुआ है!!
मैट हेनरी को भारतीय स्पॉन्सर्स ने निकाल दिया है!! क्योंकि वो भारत के खिलाफ बहुत ज्यादा अच्छा खेल रहा था!!
और नाथन स्मिथ को तो बस एक फेक खिलाड़ी बनाया गया है ताकि भारत को आसानी से जीत मिल जाए!!
क्या आपने देखा कि उसके आँसू बिल्कुल ड्रामेटिक थे? वो निश्चित रूप से एक फिल्मी दृश्य है!!
क्या आप जानते हैं कि ये सारा दृश्य रात में शूट किया गया था? और उसके बाद उसके साथी खिलाड़ियों को बुलाया गया था!!
ये सब बैंकों के लिए है!! भारतीय बैंक ने इस टूर्नामेंट को फंड किया है और वो चाहते हैं कि भारत जीते!!
और ये टॉस का रिकॉर्ड? ये भी फेक है!! रोहित शर्मा के पास एक गुप्त डिवाइस है जो टॉस को नियंत्रित करता है!!
क्या आपने देखा कि दर्शकों के चिल्लाने के बाद एक बार भी न्यूजीलैंड का गाना नहीं बजा? ये बिल्कुल बर्बर है!!
ये सब एक ग्लोबल कंट्रोल सिस्टम का हिस्सा है जो क्रिकेट के नियंत्रण के लिए बनाया गया है!!
हेनरी को गायब कर दिया गया ताकि भारत की टीम को असली चैलेंज न मिले!!
ये बस शुरुआत है... अगला चरण? अगला चरण ये है कि आपका फोन आपके खेल के रिकॉर्ड को बदल देगा!!