गौतम गंभीर बनेंगे भारतीय क्रिकेट टीम के नए मुख्य कोच: राहुल द्रविड़ के बाद की योजना का खुलासा
जून, 17 2024
गौतम गंभीर होंगे भारतीय क्रिकेट टीम के नए मार्गदर्शक
भारतीय क्रिकेट के पूर्व सलामी बल्लेबाज और वर्तमान में कोलकाता नाइट राइडर्स के मेंटर गौतम गंभीर को जल्द ही भारत की पुरुष क्रिकेट टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया जाएगा। यह बदलाव राहुल द्रविड़ के कोच पद से हटने के बाद जून के अंत में किया जाएगा। हालांकि बीसीसीआई की ओर से अब तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन दैनिक जागरण की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस निर्णय पर सभी शीर्ष अधिकारी सहमत हो गए हैं।
टी20 विश्व कप के बाद होगी घोषणा
यह घोषणा टी20 विश्व कप के फाइनल के बाद की जाएगी, जो कि 29 जून को खेला जाएगा। राहुल द्रविड़ टूर्नामेंट के खत्म होने के बाद कोच पद से रिटायर हो जाएंगे। बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों ने बीते गुरुवार को एक बैठक में यह निर्णय लिया और वे टी20 विश्व कप के समाप्त होने का इंतजार कर रहे हैं।
गौतम गंभीर का शर्त पर सहमत होना
गौतम गंभीर ने इस नियुक्ति पर सहमति जताई है, लेकिन इसके लिए उन्होंने शर्त रखी है कि वह अपने सपोर्ट स्टाफ का चयन खुद कर पाएंगे। वर्तमान में भारतीय क्रिकेट टीम के कोचिंग स्टाफ में पारस म्हाम्ब्रे गेंदबाजी कोच, विक्रम राठौर बल्लेबाजी कोच और टी दिलिप फील्डिंग कोच के रूप में कार्यरत हैं।
गंभीर की कोचिंग पृष्ठभूमि
गंभीर के पास राष्ट्रीय स्तर की कोचिंग का अनुभव नहीं है, लेकिन उनका आईपीएल ट्रैक रिकॉर्ड बेहद मजबूत है। उन्होंने आईपीएल में लखनऊ सुपर जायंट्स को दो वर्षों तक प्लेऑफ तक पहुंचाया और इस साल कोलकाता नाइट राइडर्स को उनकी रिकॉर्ड तीसरी चैंपियनशिप तक भी पहुँचाया।
भविष्य की दिशा
गौतभ गंभीर के इस नई भूमिका में आने पर भारतीय क्रिकेट टीम की दिशा और भी मज़बूत हो सकती है। गंभीर की नेतृत्व क्षमता और उनकी समझ के कारण, टीम को नई ऊँचाइयों पर ले जाना संभव हो सकता है।
बीसीसीआई की तैयारियाँ
बीसीसीआई पहले से ही गंभीर की कोचिंग योजनाओं को लेकर उत्साहित है और उम्मीद है कि उनके आने से टीम को नई ऊर्जा मिलेगी। द्रविड़ की विदाई के बाद, गंभीर की नियुक्ति से टीम में नया उत्साह और दिशा प्राप्त होगी।
द्रविड़ का योगदान
राहुल द्रविड़ ने अपने कार्यकाल में भारतीय क्रिकेट को नई दिशा दी है। उनके मार्गदर्शन में भारतीय टीम ने कई महत्वपूर्ण मील के पत्थर हासिल किए हैं। उनका अनुभव और ज्ञान टीम के लिए अविस्मरणीय रहेगा।
गौतम गंभीर के कोच बनने के बाद टीम को नई ऊर्जा और दिशा मिलेगी। भारतीय क्रिकेट के प्रशंसकों को उम्मीद है कि गंभीर अपने अनुभव और नेतृत्व से टीम को और भी ऊँचाइयों पर ले جائیںगे।
Archana Thakur
जून 17, 2024 AT 19:00गौतम गंभीर को मुख्य कोच बनाना भारतीय क्रिकेट की रणनीतिक अभिव्यक्ति के लिए एक सशक्त कदम है, जो हमारी राष्ट्रीय पहचान को हाई‑परफ़ॉर्मेंस टैक्टिक्स के साथ सुदृढ़ करता है। उनका IPL में ट्रैक रिकॉर्ड, प्ले‑ऑफ़ तक ले जाने का अनुभव, कॉम्प्लेक्स बॉलिंग स्ट्रक्चर और बॅटिंग इन्फ्लुएंस को राष्ट्रीय स्तर पर लागू करना आवश्यक है। यह निर्णय न केवल टीम की मिड‑फ़ील्ड कनेक्टिविटी को बढ़ाएगा बल्कि फील्डिंग इक्विपमेंट के इंटेग्रेशन को भी उन्नत करेगा। ऐसे कोच के साथ हम शॉर्ट‑फ़ॉर्म गेम में एग्रेसिव डिफ़ेंस और एटैक्टिव पैरबेट पर फोकस करेंगे, जो विश्व मंच पर भारतीय क्रिकेट को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगा।
Ketkee Goswami
जून 17, 2024 AT 19:08वाह! गंभीर का कोचिंग सीन में आना तो सबके लिए एक रॉकेट लॉन्च जैसा है। उनकी विज़न को देखते हुए हम नये सिरे से टीम को एन्हांस कर सकते हैं, जैसे ढाल‑धारी बॉलिंग और कलर‑फुल बैंटिंग। यह मौका हमें हर टॉप‑लेवल मैच में डॉमिनेट करने की नई चलेन्ज देता है। भारतीय क्रिकेट की महिमामयी यात्रा अब और भी द्रव्यमान और चमकदार बन जाएगी।
Shraddha Yaduka
जून 17, 2024 AT 19:20गौतम गंभीर को कोच बनाना एक बड़े परिवर्तन का संकेत है, और इस परिवर्तन को सफल बनाने के लिए हमें कई पहलुओं पर ध्यान देना होगा।
पहला, उनका चयन स्टाफ़ को चुनने की स्वतंत्रता उनके कोचिंग विज़न के साथ सामंजस्य रखने में मदद करेगा, जिससे रणनीतिक लचीलापन आएगा।
दूसरा, गंभीर ने IPL में जो निरंतर सफलता प्राप्त की है, वह मुख्य रूप से डाटा‑ड्रिवन एनालिसिस और बायो‑मैकेनिकल फ्रेमवर्क पर आधारित थी, जिसे राष्ट्रीय टीम में लागू किया जा सकता है।
तीसरा, बॉलिंग सेक्शन को नई ऊर्जा देने के लिए उन्हें उभरते क्विक और स्पिनर्स को एकीकृत करना चाहिए, जिससे बैटिंग लाइन‑अप पर दबाव बढ़ेगा।
चौथा, फील्डिंग का महत्व अक्सर नज़रअंदाज़ किया जाता है, पर गंभीर के पास फील्डिंग को क्विक‑रिफ़्लेक्शन और एगाइलिटी ट्रेनिंग से सशक्त बनाने का अनुभव है।
पाँचवा, युवा खिलाड़ियों के मनोवैज्ञानिक विकास पर ध्यान देना आवश्यक है; एक कोच के रूप में उनका रोल केवल तकनीकी नहीं बल्कि मेंटरशिप भी होगा।
छठा, टीम की फिटनेस और रिकवरी प्रोसेस को अपडेटेड सायंटिफिक प्रोटोकॉल्स के साथ तेज़ करना चाहिए, ताकि दीर्घ‑सीज़न में खिलाड़ी शीर्ष रूप में रहें।
सातवां, स्ट्रैटेजिक प्लैनिंग में विरोधी टीमों के बाउंस‑रिटर्न और पिच‑डायनैमिक्स को समझना ज़रूरी है, और गंभीर की टैक्टिकल इनसाइट्स इसमें मददगार होंगी।
आठवां, बॅटिंग कोच के साथ इंटरफ़ेस को स्ट्रॉन्ग बनाकर खिलाड़ी को सिचुएशन‑वेस्ड शॉट चयन सिखाया जा सकता है।
नौवां, डाटा एनालिटिक्स टीम को सशक्त बनाकर प्रत्येक मैच के बाद डिटेल्ड पोस्ट‑मैच रिव्यू किया जाना चाहिए।
दसवां, टिम मैनेजमेंट में कूटनीति और संवाद को बढ़ावा देना चाहिए, जिससे सभी स्टाफ़ और प्लेयर्स के बीच सामंजस्य बना रहे।
ग्यारहवां, मानसिक सुदृढ़ता के लिए माइंड‑फ़ुलनेस और रेज़िलिएन्स ट्रेनिंग को रूटीन में शामिल किया जा सकता है।
बारहवां, इंग्लिश और विदेशी टूर्नामेंट्स में एक्सपोज़र बढ़ाने के लिए स्क्रैच‑सेशन और सिमुलेशन मैचेस आयोजित किए जाने चाहिए।
तेरहवां, कोच के निर्णयों में पारदर्शिता और दायित्व सुनिश्चित करना चाहिए, जिससे खिलाड़ियों का भरोसा बढ़े।
चौदहवां, फैंस और मीडिया के साथ संवाद में ईमानदारी और स्पष्टता रखनी चाहिए, जिससे सार्वजनिक समर्थन बना रहे।
पंद्रहवां, अंत में, सभी इन पहलुओं को एक इंटीग्रेटेड ढांच में लाकर हम एक समग्र, अत्याधुनिक और विजयी टीम बना सकते हैं।
gulshan nishad
जून 17, 2024 AT 19:30गंभीर का कोच बनना यानी क्रिकेट में नया ड्रामा शुरू होना। कई लोग सोचते हैं ये बहुत भाया, पर असली खेल तो अभी दिखना बाकी है।
Ayush Sinha
जून 17, 2024 AT 19:40मैं नहीं मानता कि यह अच्छा कदम है।