बीजेपी की जीत की भविष्यवाणी के बाद अडानी समूह के शेयर नई ऊँचाई पर पहुंचे, शेयर बाज़ार में धूम
जून, 4 2024
अडानी समूह के शेयरों की नई ऊँचाई
भारतीय शेयर बाजार में 3 जून, 2024 को विशेष उछाल देखी गई जब एग्जिट पोल्स ने अनुमान लगाया कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी-नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की जीत होने वाली है। इस घोषणा ने निवेशकों के बीच उत्साह भर दिया और विशेषत: अडानी समूह के शेयरों को ऊँचाई पर पहुंचा दिया।
अडानी पावर में सबसे बड़ी बढ़त
अडानी पावर के शेयरों ने इस दिन तकरीबन 15.65 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की, जो पिछले 52 हफ्तों में सबसे ऊँचा स्तर था। यह उछाल कंपनियों के बेहतर वित्तीय प्रदर्शन और बाजार में अच्छे निवेश की उम्मीदों का परिणाम माना जा रहा है। अन्य अडानी समूह की कंपनियों जैसे अडानी इंटरप्राइजेज, अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड, अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस और अडानी टोटल गैस ने भी उच्चतम स्तर छू लिया।
अन्य कंपनियों के शेयर भी चमके
आम तौर पर, जब एक प्रमुख कंपनी या समूह के शेयर में बड़ा उछाल आता है, तो संबंधित उद्योग की अन्य कंपनियों के शेयर भी प्रभावित होते हैं। इसी ट्रेंड को देखते हुए, अडानी ग्रुप के अतिरिक्त अडानी विल्मर लिमिटेड, एनडीटीवी, एसीसी लिमिटेड, और अंबुजा सीमेंट के शेयरों में भी महत्वपूर्ण बढ़त देखी गई।
सेंसेक्स और निफ्टी 50 में उछाल
इस उछाल का सीधा असर देश के प्रमुख इंडेक्स पर भी पड़ा। सेंसेक्स और निफ्टी 50 ने भी अपने सर्वकालिक उच्चतम स्तर को छू लिया। यह भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक संकेत है, जो न केवल देश में बल्कि अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के बीच भी विश्वास में वृद्धि को दर्शाता है।
बीजेपी की जीत की भविष्यवाणी का असर
एग्जिट पोल्स ने अनुमान लगाया कि बीजेपी-नेतृत्व वाली एनडीए की जीत होगी, जिसने भारतीय शेयर बाजार में एक नई ऊर्जा भर दी। राजनीतिक स्थिरता और आर्थिक सुधार की उम्मीदें निवेशकों को बाजार में पैसे लगाने के लिए प्रेरित करती हैं।
आर्थिक सुधार और निवेश के अवसर
ऐसी स्थिति में, जब बाजार नई ऊँचाइयों को छू रहा होता है, यह निवेशकों के लिए बेहतर अवसर उपलब्ध कराता है। अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में आई इस उछाल ने न केवल समूह की वित्तीय स्थिति को मजबूत किया है, बल्कि छोटे और मध्यम निवेशकों के लिए भी लाभकारी स्थितियाँ बनाई हैं।
क्या आगे देखने को मिल सकता है?
इस पूरे प्रकरण में सबसे महत्वपूर्ण सवाल यह होता है कि आगे क्या होगा? अगर बीजेपी सत्ता में वापसी करती है तो क्या यह उछाल स्थिर रहेगा या फिर इसमें गिरावट आएगी? निवेशकों और आर्थिक विशेषज्ञों की नजरें इस बात पर टिकी रहेंगी।
निवेशकों के लिए सलाह
हालांकि बाजार में उछाल आना हमेशा सुखद खबर होती है, लेकिन निवेशकों को सूझ-बूझ से काम लेना चाहिए। बाजार की स्थिति, कंपनियों का प्रदर्शन और राजनीतिक स्थिरता सभी महत्वपूर्ण कारक होते हैं, जिनका विश्लेषण करके ही निवेश के निर्णय लेने चाहिए।
Mita Thrash
जून 4, 2024 AT 00:33बाजार में आज का जलवा देख कर दिल खुश हो गया।
shiv prakash rai
जून 10, 2024 AT 15:20भाई, एग्जिट पोल का अनुमान तो इतनी बार पेपर पर लिखा जाता है कि अब इसे भरोसा भी नहीं होता।
फिर भी लोगों ने शौक़ीन तौर पर उत्साहित होकर अडानी के शेयरों को दोड़ दिया।
ऐसे लापरवाह निवेशक सब्ज़ी मंडी में टमाटर की क़ीमत देख कर उलझे रहते हैं।
बाजार में यही घूमती कहानियाँ अक्सर सुनते-देखते थक जाता हूँ।
वास्तव में, नफ़ा‑नुक़सान के साथ खेले बिना कोई भी स्थायी लाभ नहीं देख सकता।
जैसे ही राजनीतिक भविष्यवाणी आती है, लोगों के दिमाग में 'खेल' का बटन दबा दिया जाता है।
मेरी नजर में, ये एक ही तरह की हाइपोथेसिस है जो वास्तविक डेटा से काफ़ी दूर रहती है।
और अगर हम सही ढंग से देखें तो अडानी के शेयरों की उछाल सिर्फ़ एक झटका है, ना कि स्थिरता।
कई सालों में ऐसी उठापटकें उतनी ही बार देखी गईं हैं, जो बाद में धूल चटाती हैं।
अभी के दौर में लोगों को समझना चाहिए कि बहु‑अनुमानों पर भरोसा नहीं करना चाहिए।
पहले से समझदारी से निवेश करने वाले को दांतों में दर्द नहीं होता।
भविष्य में यदि इस लड़ाई‑झगड़े में वापसी हुई तो शेयर गिरा कर दिखा सकते हैं।
इसीलिए मैं सलाह दूँगा कि ठोस फंडामेंटल एनालिसिस पर भरोसा करें।
ट्रेंड को फॉलो करने से बेहतर है अपनी पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफ़ाय करना।
अंत में, चाहे नीति‑निर्माता क्या कहें, निवेशक का अपना दिमाग ही सबसे बड़ा टूल है।
Subhendu Mondal
जून 17, 2024 AT 06:06ज्यादातर लोग बस रॉटर पर बात सुनते हैं, असली आंकड़े तो ग़ैर‑हाज़िर होते हैं।
Ajay K S
जून 23, 2024 AT 20:52हम्म्म… यह अडानी का शो तो परफेक्ट है, जैसे वाकई जमीनी स्तर पर लैम्बोर्गिनी का प्रदर्शन हो रहा हो 🚀.
Saurabh Singh
जून 30, 2024 AT 11:38पोल नहीं, बल्कि पॉकेट में पैसों को घुमा कर ही ये चक्कर चलता है।
Jatin Sharma
जुलाई 7, 2024 AT 02:24साइड में देखते रहो, डाइवर्सिफ़िकेशन ही बचाव का तरीका है।
M Arora
जुलाई 13, 2024 AT 17:10बाजार के इस नाटक में हम सब दर्शक और कलाकार दोनों हैं।
जब तक हम खुद को समझते नहीं, कोई भी अनुमान खाली हवा है।
एक कदम पीछे हट कर सोचो, फिर आगे बढ़ो।
Varad Shelke
जुलाई 20, 2024 AT 07:56yeh sab jhooth h, sarkar ke ch acke hi chalu h.
Rahul Patil
जुलाई 26, 2024 AT 22:43आपके द्वारा प्रस्तुत विश्लेषण में कई सूक्ष्म बिंदु उजागर हुए हैं, विशेषकर आर्थिक स्थिरता के प्रभाव पर आपका ध्यान सराहनीय है।
Ganesh Satish
अगस्त 2, 2024 AT 13:29ओह माय गॉड!!! यह तो बिल्कुल वही टॉवर ऑफ़ बबेल जैसा है!!!
Midhun Mohan
अगस्त 9, 2024 AT 04:15चलो, हम सब मिलकर इस उछाल को समझें और स्मार्ट निवेश करें-क्योंकि असली जीत तभी होती है जब हम सचेत रहें!
साथ मिलकर, हम जोखिम को कम कर सकते हैं।
Archana Thakur
अगस्त 15, 2024 AT 19:01भाई, बीजेपी की जीत के बिना इस बाजार का कोई असली शौर्य नहीं दिखेगा, यही तो असली ‘बाजार‑क्रांति’ है।
Ketkee Goswami
अगस्त 22, 2024 AT 09:47उज्ज्वल भविष्य की ओर कदम बढ़ाते हुए, चलो इस ऊर्जा को सकारात्मक रूप से Harness करें!
अडानी के शेयरों ने हमें दिखा दिया है कि सही समय पर किस तरह की लहर पकड़ी जा सकती है।
Shraddha Yaduka
अगस्त 29, 2024 AT 00:33सुझाव है कि आप अपनी निवेश योजना को पुनः देखें और धीरे‑धीरे कदम बढ़ाएँ।