बजाज हाउसिंग फाइनेंस आईपीओ प्राइस बैंड तय: सब्सक्रिप्शन से पहले मुख्य जोखिम और जानकारी

बजाज हाउसिंग फाइनेंस आईपीओ प्राइस बैंड तय: सब्सक्रिप्शन से पहले मुख्य जोखिम और जानकारी सित॰, 3 2024

बजाज हाउसिंग फाइनेंस आईपीओ: जरूरी जानकारी और जोखिम

बजाज हाउसिंग फाइनेंस ने अपने शुरुआती सार्वजनिक प्रस्ताव (आईपीओ) के प्राइस बैंड को 66 से 70 रुपये प्रति इक्विटी शेयर पर निर्धारित किया है। यह आईपीओ 9 सितंबर 2024 को बोली के लिए खुलेगा और 11 सितंबर 2024 को बंद होगा। इस प्रस्ताव का मुख्य उद्देश्य कंपनी के लिए 6,560 करोड़ रुपये जुटाना है, जिसमें से 3,560 करोड़ रुपये का ताजा इश्यू और 3,000 करोड़ रुपये की बिक्री की पेशकश बजाज फाइनेंस लिमिटेड द्वारा की जाएगी।

आरबीआई का निर्देश और आईपीओ की समय सीमा

यह आईपीओ भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की उस अनिवार्यता का हिस्सा है, जो 'उच्च स्तर' की गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) को नोटिफिकेशन के तीन साल के भीतर सूचीबद्ध करने की शर्त रखती है। इस मामले में यह समय सीमा सितंबर 2025 तक है। पहले बोली के लिए एंकर निवेशक सितंबर 6, 2024 को अपनी बोली लगाना शुरू करेंगे।

बुक-रनिंग लीड मैनेजर्स और कानूनी सलाहकार

इस इश्यू के लिए बुक-रनिंग लीड मैनेजर्स में कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी लिमिटेड, बोफा सिक्योरिटीज इंडिया लिमिटेड, एक्सिस कैपिटल, जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड, आईआईएफएल सिक्योरिटीज, गोल्डमैन सैक्स (इंडिया) सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड शामिल हैं। जबकि कानूनी सलाहकार के रूप में सायरिल अमरचंद मंगलदास कंपनी के साथ हैं।

मुख्य जोखिम और सावधानियाँ

बजाज हाउसिंग फाइनेंस ने अपने रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (आरएचपी) में कई मुख्य जोखिमों को रेखांकित किया है, जिन्हें संभावित निवेशकों को ध्यान में रखना चाहिए।

1. संपत्ति की वसूली संबंधी जोखिम: कंपनी को उस स्थिति का सामना करना पड़ सकता है जब वह राशि की वसूली पूरी तरह से न कर सके। इसके पीछे के कारण में रियल एस्टेट की कीमतों में गिरावट, आरबीआई की मौद्रिक नीति में परिवर्तन, या ग्राहकों की डिस्पोजेबल आय में गिरावट शामिल हो सकते हैं।

2. अप्रदर्शनकारी संपत्तियों (एनपीए) में वृद्धि का जोखिम: अगर कंपनी का एनपीए बढ़ता है, तो यह क्रेडिट रेटिंग और फंडिंग लागत को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। इससे रिजर्व रखने की आवश्यकता बढ़ जाती है।

3. परिसंपत्तियों का क्षेत्रीय केंद्रीकरण: कंपनी की 32% परिसंपत्तियाँ महाराष्ट्र, और 22.7% कर्नाटक में केंद्रित हैं। अगर इन क्षेत्रों में कोई प्रतिकूल घटनाक्रम होता है, तो इससे कम्पनी प्रभावित हो सकती है।

4. ब्याज दर और परिपक्वता में असंगति: अगर परिसंपत्तियों और दायित्वों की ब्याज दर और परिपक्वता में अंतर होता है, तो इससे तरलता संबंधित समस्याएँ हो सकती हैं। इससे कंपनी के अनुकूल शर्तों पर फंडिंग प्राप्त करने में दिक्कतें आ सकती हैं।

कम्पनी की प्रमुख सेवाएँ और ग्राहक आधार

Pune में आधारित बजाज हाउसिंग फाइनेंस पुरे भारत में 76.5 मिलियन से अधिक ग्राहकों को सेवाएँ प्रदान करती है। इनकी सेवाओं में घर और वाणिज्यिक स्थानों की खरीद और नवीनीकरण के लिए वित्त प्रदान करना शामिल है। कंपनी ने अपने मजबूत ग्राहक सेवा और व्यापक पहुँच से इस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मुकाम हासिल किया है।

कुल मिलाकर, यह आईपीओ संस्थागत और व्यक्तिगत निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण निवेश अवसर प्रस्तुत करता है, लेकिन साथ ही उसमें शामिल जोखिमों पर भी ध्यान देना आवश्यक है। आईपीओ में निवेश करने से पहले संभावित निवेशकों को सभी प्रासंगिक तथ्यों और संभावित जोखिमों का विश्लेषण करना चाहिए।

बजाज हाउसिंग फाइनेंस, बजाज ग्रुप का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इस आईपीओ से जुटाई गयी राशि का उपयोग कम्पनी की व्यापारिक जरूरतों और विस्तार योजनाओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण साबित होगा।