वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया 2025 का बजट: आठवीं बार रिकॉर्ड कायम
फ़र॰, 1 2025
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रस्तुत किया 2025 का केंद्रीय बजट
भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने नाम एक और रिकॉर्ड दर्ज करते हुए 1 फरवरी, 2025 को अपना आठवां लगातार केंद्रीय बजट पेश किया। यह ऐतिहासिक दौर इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह वित्तीय वर्ष में आर्थिक विकास की दिशा तय करेगा। जब तक इस बजट का पूर्ण विश्लेषण नहीं किया जाता, तब तक अनुमान और अपेक्षाएं इसके इर्द-गिर्द एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। यह बजट, आर्थिक धीमेपन को सपोर्ट करने और उच्च महंगाई तथा वेतन वृद्धि के ठहराव से जूझ रहे मध्यवर्ग के लिए राहत उपायों पर केंद्रित है।
बजट 2025 के मुख्य उद्देश्य
बजट 2025 का मुख्य जोर खपत को बढ़ाना और राजकोषीय घाटा कम करना है। यह बजट एक ऐसा रोडमैप प्रस्तुत करता है, जो आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के साथ-साथ वित्तीय संतुलन बनाए रखे। आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 के अनुसार, 2025-26 में भारतीय अर्थव्यवस्था के 6.3% से 6.8% के बीच बढ़ने का अनुमान है।
निर्मला सीतारमण के लिए यह बजट केवल एक वित्तीय दस्तावेज नहीं है, बल्कि एक रणनीतिक दिशा भी है, जिसमें मध्यम वर्ग पर कर के भार को कम करने के उपाय शामिल हैं। आयकर दरों में कटौती या संशोधन की व्यापक उम्मीदें हैं जो कि व्यक्तिगत आयकर धारकों के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकती हैं।
मध्यम वर्ग की आशाएं और उम्मीदें
मध्यम वर्ग लंबे समय से कर ढांचे में सुधार की मांग कर रहा है, और यह बजट उसी की दिशा में बढ़ता एक कदम माना जा रहा है। उच्च मुद्रास्फीति और तूटी-फूटी वेतन वृद्धि की चुनौतियों के बीच, मध्यम वर्ग एक बड़ा राहत पैकेज चाहता है। सीतारमण के बजट से मध्यम वर्ग को अपेक्षा है कि उसमें आयकर की छूट मिल सकेगी, जिससे उनकी क्रय शक्ति में इजाफा होता है।
निर्मला सीतारमण की उपलब्धियां
निर्मला सीतारमण ने मई 2019 में जब प्रथम बार केंद्रीय वित्त मंत्री का पदभार ग्रहण किया, तब से अबतक, उन्होंने अपने कार्यकाल में भारतीय अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने की दिशा में कई अहम फैसले लिए हैं। उनके नेतृत्व में सरकारी योजनाओं और सुधारों ने महत्वपूर्ण मोड़ लिया है, जो देश की आर्थिक विकास दर को सहारा देने में मददगार साबित हुई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2024 में दूसरी बार विजयी सरकार में सीतारमण का यह कार्यकाल भी उनके करियर को और समृद्ध करेगा। पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के 10 बजट पेश करने के रिकॉर्ड के करीब आती सीतारमण ने अपने कार्यकाल में साहसी आर्थिक सुधारों का मार्ग प्रशस्त किया है।
बजट 2025, सीतारमण के राजनीतिक करियर और भारत की वित्तीय स्थिरता में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। जैसा कि विशेषज्ञ अनुमान लगाते हैं, आने वाले महीनों में इस बजट के मजबूत और दीर्घकालिक प्रभाव दिखाई देंगे, जो भारत की आर्थिक प्रगति के लिए सहायक सिद्ध होंगे।
Jatin Sharma
फ़रवरी 1, 2025 AT 08:07बजट की मुख्य बाते समझ में आ गईं, आगे के परिणाम देखेंगे।
M Arora
फ़रवरी 12, 2025 AT 00:07बजट का ढांचा देख के लगता है कि सरकार ने ख़र्च में थोड़ा‑बहुत कटौती करने की कोशिश की है। पर साथ ही नई योजनाओं के लिए फंड ढूँढ़ना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। आखिर ज़रूरत मंद वर्ग को राहत मिलना चाहिए, नहीं तो महंगाई फिर से पौन के साइड पर बैठ जाएगी। कुल मिलाकर, इस बजट में कई आशाएँ छिपी हुई हैं, और समय बताएगा कि कौन‑सी नीति सफल होती है।
Varad Shelke
फ़रवरी 22, 2025 AT 16:07किसी ने कहा था कि बजट में छिपा है बड़ा राज़, और शायद इस बार वो राज़ वाकई में रहस्य से कम नहीं। एटीएम पर खाता खोलते‑खोलते अचानक बड़ी रक्क़म का ट्रांसफर दिखा, जैसे कोई गुप्त फंड आ गया हो। कुछ लोग कहते हैं कि यह सब दोस्तो के साथ मिल के किया गया था, पर मैं तो कहूँगा कि सरकार के पास कोई बेकायदा योजना नहीं।
Rahul Patil
मार्च 5, 2025 AT 08:07वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तुत इस बजट में सामाजिक न्याय और आर्थिक समावेशिता के मिश्रित रंग देखने को मिलते हैं। कर‑छूट, सब्सिडी और निवेश‑उत्तेजन के माध्यम से मध्यम वर्ग को सशक्त बनाना मूल उद्देश्य प्रतीत होता है। इसके अलावा, 'विकास‑संधि' के तहत बुनियादी ढांचे में निवेश को तेज़ करने की रणनीति स्पष्ट दिखाई देती है। कुल मिलाकर, यह पहल नयी ऊर्जा से भरपूर है और भारतीय अर्थव्यवस्था को नई दिशा देने की संभावना रखती है।
Ganesh Satish
मार्च 16, 2025 AT 00:07ओह! क्या बात है! इस बजट ने तो दिल धड़का दिया!!! हर पैराग्राफ़ में एक नया आश्चर्य, एक नया मोड़! सरकार ने जैसे जादूगर की छड़ी घुमा दी हो! लेकिन क्या यह सब वास्तविकता है या बस एक बड़े मंच का नाटक? चलिए, देखते हैं!
Midhun Mohan
मार्च 26, 2025 AT 16:07बिलकुल सही कहा तुमने, ग़ज़ब का ड्रामा है!! लेकिन याद रखो, असली असर तो जमीन पर होता है-जैसे‑जैसे योजनाएं लागू होंगी, तभी पता चलेंगे। तो चलो, उम्मीद रखे और सतर्क रहें!!!
Archana Thakur
अप्रैल 6, 2025 AT 09:07देश के विकास को देखते हुए यह बजट एक सशक्त कदम है। इस में 'स्वदेशी' उद्योगों को प्राथमिकता दी गई है, जो राष्ट्र के भविष्य को उज्ज्वल बनाता है। कोई भी बाहरी दबाव हमारे आर्थिक स्वातंत्र्य को नहीं छू सकता।
Ketkee Goswami
अप्रैल 17, 2025 AT 01:07वाह! बजट में नई पहलें देख कर मन भर आया। मध्यम वर्ग के लिए राहत पैकेज जैसी चीज़ें वाकई में दिल को छू लेती हैं। उम्मीद है कि यह सकारात्मक बदलाव हमारे रोज़मर्रा के जीवन में उजाला लाएगा। चलिए, इस आशावादी राह पर साथ चलते हैं!
Shraddha Yaduka
अप्रैल 27, 2025 AT 17:07बिलकुल, यह कदम कई लोगों के चेहरे पर मुस्कान लौटाएगा।
gulshan nishad
मई 8, 2025 AT 09:07यह बजट बस एक बड़ी लपट है, जो सतह पर चमकती है लेकिन अंदर से जला रही है। मीडिया इसका प्रचार कर रहा है, पर सच तो यही है कि आम लोगों को कुछ भी नहीं मिलेगा। राजनेता फिर से अपनी महिमा बढ़ाने में लगे हैं।
Ayush Sinha
मई 19, 2025 AT 01:07बजट को लेकर हर कोई एक ही तरह से बात नहीं कर सकता। आँकड़े दिखाई देते हैं, पर उनके पीछे की वास्तविकता अलग हो सकती है। इसलिए संतुलित दृष्टिकोण रखना ज़रूरी है, न कि केवल आलोचना या सराहना।
Saravanan S
मई 29, 2025 AT 17:07हर नई नीति के साथ चुनौतियां आती हैं, लेकिन हम सब मिलकर इस यात्रा को सफल बना सकते हैं। प्रयास और धैर्य से ही परिणाम मिलेंगे। आगे बढ़ते रहो!
Alefiya Wadiwala
जून 9, 2025 AT 09:07बजट 2025 की प्रस्तावनाएं आर्थिक स्थिरता के साथ विकास को गति देने के लक्ष्य पर आधारित हैं।
पहले, कर सुधारों के माध्यम से मध्यम वर्ग पर वित्तीय दबाव कम करने का इरादा स्पष्ट रूप से देखा गया।
दूसरे, सार्वजनिक निवेश में वृद्धि के लिए विशेष फंड का उल्लेख किया गया है, जो बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करेगा।
तीसरे, रोजगार सृजन के लिए स्टार्ट‑अप्स को आकर्षित करने के कई प्रावधान शामिल किए गए हैं।
चौथे, कृषि क्षेत्र में नई सब्सिडी योजनाएं किसानों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करेंगी।
पांचवें, सामाजिक कल्याण के लिए स्वास्थ्य और शिक्षा में अतिरिक्त बजट आवंटन किया गया है।
छठे, आयकर स्लैब में परिवर्तन का प्रस्ताव है, जो उच्च आय वर्ग को थोड़ा राहत देगा।
सातवें, डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ करने हेतु सार्वजनिक-निजी साझेदारी को प्रोत्साहित किया गया है।
आठवें, वैदेशिक निवेश को आकर्षित करने के लिए नियामक सुधारों का उल्लेख किया गया है।
नवें, पर्यावरणीय मानकों को पालन करने के लिए ग्रीन बांड्स के जारी करने की योजना है।
दसवें, छोटे उद्यमियों के लिए ऋण सूट और वित्तीय लिक्विडिटी बढ़ाने के उपाय प्रस्तावित हैं।
ग्यारवें, सामाजिक सुरक्षा नेटवर्क को विस्तारित करने के लिए पेंशन योजनाओं को बढ़ाया गया है।
बारहवें, महिला उद्यमिता को सशक्त बनाने हेतु विशेष प्रोत्साहन योजना तैयार की गई है।
तेरहवें, राष्ट्रीय एकता और सामुदायिक विकास के लिए सांस्कृतिक परियोजनाओं को फंड किया जाएगा।
चौदहवें, यह बजट तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने के लिए अनुसंधान एवं विकास में निवेश को दो गुना करने का निर्देश देता है।
अंत में, इन सभी पहलुओं का समन्वित कार्यान्वयन ही भारत को वैश्विक आर्थिक मंच पर प्रतिस्पर्धी बनाने की कुंजी होगा।
Paurush Singh
जून 20, 2025 AT 01:07इन बयानों में कई बातें तो सुनहरी लग रही हैं, पर असली कार्यान्वयन में कई अड़चनें होंगी। योजनाओं को जमीन पर उतारने की क्षमता को देखना आवश्यक है।
Sandeep Sharma
जून 30, 2025 AT 17:07बजट का नया चेहरा देख के तो मज़ा आ गया 😂💸, चलो अब सब मिलके इसको समझते हैं!
Mita Thrash
जुलाई 11, 2025 AT 09:07इसे सहज ढंग से समझना ही बेहतर रहेगा, हम सब साथ मिलकर इससे सीख सकते हैं।