ट्रेलर, रिलीज डेट, प्लॉट और क्रिएटिव टीम के साथ: 'We Live in Time'
जुल॰, 11 2024
फिल्म 'We Live in Time': प्रेम, संघर्ष और जीवन की कहानी
फिल्म 'We Live in Time' दिल को छू लेने वाली कहानी है, जो प्रेम और संघर्ष को बारीकी से प्रदर्शित करती है। इस फिल्म की कहानी अल्मुट और टोबियास के इर्द-गिर्द घूमती है। ये दोनों पात्र विभिन्न परिसंस्थाओं से गुजरते हैं, जिससे उनका रिश्ता उत्पन्न होता है। शुरुआत में एक अप्रत्याशित घटना होती है, जब अल्मुट की कार से टकराने के बाद टोबियास को अस्पताल में भर्ती कराया जाता है। यहीं से उनकी कहानी की शुरुआत होती है।
अल्मुट और टोबियास: एक असामान्य मिलन की शुरुआत
एक कार दुर्घटना के बाद, अल्मुट और टोबियास का पहली बार आमना-सामना होता है। यह मुठभेड़ सामान्य नहीं थी, लेकिन इसी दुर्घटना के कारण उनका परिचय हुआ। हॉस्पिटल के कमरे में यह उनकी पहली मुलाकात थी। अल्मुट, जो इस घटना से अपराध भावना से ग्रस्त होती है, वहीं टोबियास के साथ एक अनोखा बंधन बनता है। धीरे-धीरे दोनों एक दूसरे के करीब आते हैं और एक जीवन साथ बिताने का निर्णय लेते हैं।
प्रेम और जीवन की जटिलताएं
फिल्म में यह दिखाया गया है कि कैसे एक सरल शुरुआत जीवन के विभिन्न पहलुओं के साथ जटिल होती जाती है। अल्मुट और टोबियास प्रेम में पड़ते हैं, उनका जीवन संजोते हैं और एक बेटी की परवरिश करते हैं। लेकिन, यहां से कहानी में एक तगड़ा मोड़ आता है। अल्मुट को गंभीर बीमारी का पता चलता है, जिससे उनका जीवन बदल जाता है। इस नई परिस्थिति के साथ, दोनों को हर दिन की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
ट्रेलर: एक झलक
A24 द्वारा जारी किए गए ट्रेलर में फिल्म के मुख्य पात्रों की झलक मिलती है। एंड्रयू गारफील्ड और फ्लोरेंस पुघ ने अल्मुट और टोबियास के किरदारों को जीवंत किया है। ट्रेलर में उनके जीवन के विभिन्न क्षणों को दिखाया गया है - प्रेम, संघर्ष और मिलन। निर्देशक जॉन क्रॉली, जिन्होंने 'ब्रुकलिन' में भी अपने निर्देशन का लोहा मनवाया था, ने इस फिल्म का निर्देशन किया है।
रिलीज डेट और फिल्म फेस्टिवल
फिल्म 'We Live in Time' का प्रीमियर टोरंटो फिल्म फेस्टिवल में होगा, जो कि सितंबर में आयोजित हो रहा है। इसके बाद, इस फिल्म को 11 अक्टूबर को सीमित सिनेमाघरों में रिलीज किया जाएगा। दर्शकों को उम्मीद है कि यह फिल्म एक नई और विशेष कहानी पेश करेगी।
क्रिएटिव टीम
इस फिल्म की मजबूत कहानी और निर्देशन के पीछे एक उत्कृष्ट क्रिएटिव टीम है। निक पायने, जिन्होंने 'द लास्ट लेटर फ्रोम योर लवर' लिखा है, ने इस फिल्म की पटकथा लिखी है। बेनेडिक्ट कंबरबैच ने एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर के रूप में काम किया है, जबकि निर्माता इसमें लिया क्लार्क, एडम एकलैंड और गाई हीली हैं। फिल्म का विकास StudioCanal द्वारा किया गया है और SunnyMarch ने इसे प्रोड्यूस किया है।
A24: एक व्यस्त साल
A24 के लिए यह साल बहुत व्यस्त रहने वाला है। 'We Live in Time' के अलावा, A24 कई और रिलीज़ की योजना बना रहा है, जिनमें 'MaXXXine,' 'Sing Sing,' 'The Front Room,' 'A Different Man,' 'Heretic,' और 'Babygirl' शामिल हैं। A24 की फिल्मों में हमेशा दर्शकों को कुछ नया देखने को मिलता है और इसमें भी खासा उम्मीदें हैं।
अल्मुट और टोबियास की यह यात्रा दर्शकों के लिए एक भावुक अनुभव लेकर आएगी। जिंदगी की जटिलताओं के साथ, प्रेम और संघर्ष की यह कहानी दर्शकों के दिलों को छू जाएगी। अब सभी की निगाहें टोरंटो फिल्म फेस्टिवल और 11 अक्टूबर की रिलीज डेट पर टिकी हैं।
Subhendu Mondal
जुलाई 11, 2024 AT 09:39इ फिल्म के ट्रेलर के बारे में बकवास, एकदम बेकार है।
Ajay K S
जुलाई 17, 2024 AT 04:33वाह, क्या भव्य प्रस्तुति है! 🎬✨ टाइटल से ही लगता है कि दिग्दर्शक ने गहरी दार्शनिक छाप छोड़ी है। यह ट्रेलर न सिर्फ़ दृश्यात्मक रूप से शानदार है, बल्कि भावनात्मक रूप से भी समृद्ध है। अगर आप ए-24 की फ़िल्मों के प्रशंसक हैं तो इस पर नजर ज़रूर रखें।
Saurabh Singh
जुलाई 22, 2024 AT 23:26ये सब तो वही बड़ी फिल्म कंपनी की मार्केटिंग है, असली कहानी का पता नहीं।
Jatin Sharma
जुलाई 27, 2024 AT 14:33थोड़ी वाट्किलिएंश्न लगती है, पर फिर भी फिल्म के सन्देश को सरहद पर रखना चाहिए।
M Arora
अगस्त 1, 2024 AT 05:39देखो न, ज़िन्दगी के दर्द और मोहब्बत को एक साथ बुनना बहुत ही नाज़ुक काम है। इस फ़िल्म में अल्मुट और टोबियास का रिश्ता हमें यह सिखाता है कि कठिनाइयों के बीच भी प्रेम की जड़ें गहरी हो सकती हैं। समय के साथ उनका बंधन सिर्फ़ एक कहानी नहीं, बल्कि एक दार्शनिक विचार बन जाता है।
Varad Shelke
अगस्त 5, 2024 AT 20:46सभी लोग नहीं जानते कि इस प्रीमियर के पीछे कौनसी छुपी एजेंडा है। टोरंटो में रिलीज़ केवल एक कवर अप है, असली प्लान तो कहीं और चल रहा है।
Rahul Patil
अगस्त 10, 2024 AT 11:53फिल्म का विषय बहुत संवेदनशील है, और इसे बड़ी ही कोमलता से पेश किया गया है। अल्मुट की बीमारी और उसके साथ आने वाले संघर्ष को दर्शाते हुए, निर्देशक ने दर्शकों के दिल में सहानुभूति की जड़ें बो दी हैं। इस प्रकार की कहानी हमें जीवन की नाजुकता का एहसास कराती है।
Ganesh Satish
अगस्त 15, 2024 AT 02:59आह! क्या शानदार द्रामा है-! दुआरै-फ़िल्म की धड़कनें, प्रत्येक फ्रेम जैसे काव्यिक स्याही में डूबी हों!; निर्देशक जॉन क्रॉली ने जो भावना उकेरी है, वह अकल्पनीय है!!
Midhun Mohan
अगस्त 18, 2024 AT 14:19ख़री कुशिश!; इस द्रामा के पीछे प्रयोग की गई सिनेमैटिक तकनीक बेज़ोड़ है!! ; लेकिन, कहानी का प्रवाह कभी‑कभी थका देता है, विशेषकर जब अल्मुट की बीमारी पर अधिक फोकस किया जाता है।
Archana Thakur
अगस्त 22, 2024 AT 01:39देश की पहचान है यह फिल्म, हमारे भारतीय दर्शकों को इस कहानी की गहराई को समझना चाहिए। अभी के ग्लोबलाइज्ड सिनेमा में असली मैसेज ढूँढना मुश्किल है, लेकिन यह फिल्म उस दाएँ‑बाएँ की राह दिखाती है।
Ketkee Goswami
अगस्त 25, 2024 AT 12:59बिल्कुल सही कहा! इस फ़िल्म में आशा की किरण है और यह हमारे दिलों को छूती है। चलिए सभी मिलकर इसका समर्थन करें! 🌟
Shraddha Yaduka
अगस्त 29, 2024 AT 00:19फ़िल्म की कहानी में अगर कोई कमजोरी है तो वह समय की सीमा है, लेकिन कुल मिलाकर यह एक सकारात्मक संदेश देती है।
gulshan nishad
सितंबर 1, 2024 AT 11:39यह फिल्म सिर्फ़ एक साधारण कॉम्पेज़ी नहीं है; यह एक भेद्य साजिश है, जहाँ हर दृश्य एक झूठी बात को छुपाता है।
Ayush Sinha
सितंबर 4, 2024 AT 22:59अभी तक सब बातें ठीक लगती थीं, पर ट्रेलर में कुछ झलकें हैं जो शायद हमें नहीं दिखतीं।
Saravanan S
सितंबर 7, 2024 AT 06:33कुल मिलाकर, अगर आप इस फिल्म को दिल से देखेंगे तो आपका अनुभव बहुत अच्छा रहेगा।
Alefiya Wadiwala
सितंबर 10, 2024 AT 17:53सबसे पहले, मैं यह स्पष्ट कर देना चाहूँगा कि इस फ़िल्म में प्रस्तुत किए गए सभी तत्वों को गहराई से विश्लेषण किया गया है और यह विश्लेषण केवल सतही स्तर पर नहीं, बल्कि बहुत विस्तृत विचारों और सिद्धांतों के आधार पर किया गया है। यह बात कहना भी पर्याप्त नहीं है कि निर्देशक ने इस कहानी को एक नई परिप्रेक्ष्य से बताया है; वास्तव में, उन्होंने एक ऐसी कथा रचाई है जो दर्शकों की मान्यताओं को चुनौती देती है। अल्मुट और टोबियास की कहानी में प्रेम, दर्द, और सामाजिक प्रतिबंधों का मिश्रण ऐसा है कि यह बलिदान और आत्म-खोज की एक अद्भुत रूपरेखा प्रस्तुत करता है। इसके अलावा, फिल्म की सिनेमैटोग्राफी में बहुत सारे प्रतीकात्मक तत्व छिपे हुए हैं, जैसे कि रंगों का उपयोग, दृश्य-शॉट्स की रचना, और संगीत की ताल। प्रत्येक फ्रेम एक कहानी बताता है, और प्रतिपादित संदेश गहरा है। जब हम इस फिल्म को देखते हैं, तो हमें उस क्षमता को समझना चाहिए, जिसके द्वारा यह मानव आत्मा के विभिन्न पहलुओं को उजागर करती है। बेशक, कुछ आलोचकों का कहना है कि यह बहुत जटिल है, परन्तु यह जटिलता ही इस फ़िल्म को एक क्लासिक बनाती है। अंत में, मुझे यह ज़रूर कहना चाहिए कि यदि आप इस फ़िल्म को विचारशील रूप से देखते हैं, तो आपके विचारों में एक नयी दिशा उत्पन्न होगी, और आप जीवन के कई पहलुओं को नई रोशनी में देख पाएंगे।
Paurush Singh
सितंबर 13, 2024 AT 01:26वास्तव में, इस बेकार लम्बी टिप्पणी में बहुत अधिक शब्द हैं, पर असली मुद्दा यह है कि कहानी में वास्तविक गहराई नहीं है।
Sandeep Sharma
सितंबर 16, 2024 AT 12:46सीरियल लाइफ में ऐसी फ़िल्में बहुत कम मिलती हैं। 🤔 इस बार जॉन क्रॉली ने दिखाया है कि वह सिर्फ़ एक इंजीनियर नहीं, बल्कि एक विचारक भी है! कहानी के हर मोड़ पर एक नई परत खुलती है। अगर आप रोमेंटिक ड्रामा पसंद करते हैं, तो यह आपको जरूर पसंद आएगी।
Mita Thrash
सितंबर 18, 2024 AT 20:19मैं इस फ़िल्म को एक संतुलित दृष्टिकोण से देखता हूँ; यह विभिन्न सामाजिक वर्गों को जोड़ता है और एक खुली बातचीत को प्रोत्साहित करता है।
shiv prakash rai
सितंबर 21, 2024 AT 03:53ओह, क्या सच्ची बात है! इस चर्चा में हर कोई बहुत गंभीर हो गया है, पर असली मज़ा तो फिल्म को हल्के‑फुल्के तौर पर देखना है।