नेपियर क्या है? जॉन नेपियर और वो खोज जिसने गणित बदल दिया

नेपियर, 16वीं सदी के स्कॉटिश गणितज्ञ जॉन नेपियर को संदर्भित करता है, जिन्होंने लॉगरिदम की खोज की और गणना की दुनिया में क्रांति ला दी. इसे जॉन नेपियर भी कहते हैं, और आज भी हर कैलकुलेटर, सुपरकंप्यूटर और वैज्ञानिक अनुसंधान उनकी खोज पर टिका हुआ है।

नेपियर ने 1614 में लॉगरिदम का आविष्कार किया, जिससे बड़ी संख्याओं को गुणा या भाग करना इतना आसान हो गया जैसे अब हम फोन पर कैलकुलेटर चलाते हैं। उससे पहले, खगोलशास्त्री, नौवहन विशेषज्ञ और व्यापारी घंटों तक गणना करते थे। नेपियर के लॉगरिदम ने इन घंटों को मिनटों में बदल दिया। उन्होंने नेपियर की हड्डियाँ भी बनाईं — एक यांत्रिक उपकरण जिससे गुणन का काम आसान हो जाता था। ये हड्डियाँ आज के कैलकुलेटर की तरह थीं, बस बिना बैटरी के।

लॉगरिदम, एक गणितीय सिद्धांत जो घातांकों के आधार पर काम करता है और बड़ी संख्याओं को सरल बनाता है आज भी बैंकिंग, भूकंप मापन, रेडियो सिग्नल और एआई मॉडल में इस्तेमाल होता है। जॉन नेपियर, एक असाधारण दिमाग वाले वैज्ञानिक जिन्होंने गणित को व्यावहारिक बनाया ने अपने समय में जो किया, वो आज भी दुनिया के लिए जीवन बचा रहा है। उनकी खोज ने न केवल गणित को बदला, बल्कि खगोल विज्ञान, नौकायन और इंजीनियरिंग को भी नई दिशा दी।

आज जब आप किसी भी ऐप पर कैलकुलेटर खोलते हैं, तो आप नेपियर की विरासत का इस्तेमाल कर रहे होते हैं। उनके बिना, अंतरिक्ष यान नहीं उड़ते, बैंक के लेन-देन नहीं होते, और न ही आपका मोबाइल फोन इतना तेज़ काम करता। नेपियर ने गणित को जादू बना दिया — बिना किसी जादू के।

इस पेज पर आपको नेपियर से जुड़ी वो सभी खबरें मिलेंगी जो गणित, विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में उनकी विरासत को दर्शाती हैं। चाहे वो लॉगरिदम के आधुनिक उपयोग हों, या फिर नए शोध जो उनके काम पर आधारित हैं — यहाँ हर खबर उनकी खोज के असर को दिखाती है।

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