स्मृति मंदाणा ने बना १७वां शतक, डी.वाई. पाटिल में भारत को मिलाया बड़ा फायदा
अक्तू॰, 24 2025
जब स्मृति मंदाणा, उप‑कप्तान भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने प्रतीका रावल के साथ मिलकर डी.वाई. पाटिल स्टेडियम में न्यूज़ीलैंड महिला टीम के खिलाफ अपना १७वां अंतरराष्ट्रीय शतक बनाया, तो पूरे मैदान में जोश आ गया। यह शतक मेग लैन्निंग के १७ शतक के बराबर था और भारत को टॉप पोजीशन पर पहुंचा दिया। 23 अक्टूबर 2025 को हुए इस मैच में मंदाणा ने 88 गेंदों में शतकोटि पहुँचा, जबकि टीम ने 200 से अधिक रन का मॉर्निंग बनाकर जीत की राह साफ़ की।
इतिहास में मंदाणा का स्थान
स्मृति मंदाणा अब तक 14 ODI शतक, 2 टेस्ट शतक और 1 T20I शतक की मालामाल है। उनका यह नया शतक 2025 में पाँचवाँ ODI शतक बन गया, जिससे वह ताज़मिन ब्रिट्स के साथ इस कैलेंडर वर्ष में अधिकतम पाँच शतक बनाने वाले दो खिलाड़ी बन गईं। 2025 में उन्होंने कुल 29 छक्के मारे, जो लिज़ेल ली के 2017 के रिकॉर्ड (28 छक्के) को भी पार कर गया।
मैच की विस्तृत कथा
न्यूज़ीलैंड की तेज़ पिच ने शुरुआती ओवरों में बॉलर्स को थोड़ा मदद दी, जिससे मंदाणा का ऑफ‑साइड खेल ठहर गया। सातवें ओवर में न्यूज़ीलैंड की स्पिनर एडेन कार्सेन को लाते ही मंदाणा ने लम्बी‑ऑफ़ पर एक सुनहरा छक्का मारते हुए स्कोरिंग रेट को दोगुना कर दिया। बाद में रावल ने भी तेज़ शुरुआत की, जिससे दोनों ने मिलकर 150‑से‑धिक्ट के साझेदारी बना ली।
प्रतिक्रिया और विशेषज्ञों की राय
मैदान के बाद मंदाणा ने कहा, “आज का दिन मेरे लिए खास है, लेकिन टीम की जीत ही सबसे बड़ी बात है। हम सब मिली‑जुली मेहनत का फल देख रहे हैं।”
भारत के पूर्व कप्तान वीरेंद्र कृष्णा ने कहा, “स्मृति का अटूट आत्मविश्वास और उसकी आक्रामक शैली आज के दौर में औरतों के क्रिकेट को नई दिशा दे रही है। अगर वह दो और शतक जोड़ें, तो वह मेग लैन्निंग को पूरी तरह पीछे छोड़ देंगी।”
आधिकारिक आयोजक इंटरनैशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने भी इस उपलब्धि को “विश्व स्तरीय महिला क्रिकेट में एक नया माइलस्टोन” कहा।
भविष्य की संभावनाएँ और आगे का रोडमैप
वर्तमान में मंडाणा सिर्फ दो शतक दूर हैं जो उन्हें मेग लैन्निंग के 15‑वर्षीय ODI शतक के रिकॉर्ड से आगे ले जाएगा। अगले मैचों में अगर वह अपनी फॉर्म को बरकरार रखें, तो भारत का विश्व कप टाइटल जीतने का सपना अब सिर्फ एक खिड़की बन गया है। समूह चरण के आख़िरी दो मैच 28‑30 अक्टूबर को विभिन्न शहरों में खेले जाएंगे, उसके बाद नॉक‑आउट चरण 1 नवंबर से शुरू होगा।
पृष्ठभूमि और रिकॉर्ड की तुलना
पहले 2023 में मेग लैन्निंग ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में १७ शतक कर के इतिहास रचा था, जिसमें 15 ODI और 2 T20I शतक शामिल थे। आज मंडाणा ने वही मील का पत्थर हासिल कर लिया, पर उनका ODI शतक संख्या अभी 14 है, जिसका मतलब है कि दो और शतक जोड़ने से वह अकेले रिकॉर्ड धारी बनेंगी। ताज़मिन ब्रिट्स (दक्षिण अफ्रीका) और लिज़ेल ली (दक्षिण अफ्रीका) भी इस टूर्नामेंट के दौरान उल्लेखनीय आँकड़े लाए हैं, लेकिन मंदाणा की लगातार शक्ति‑हिटिंग शैली ने महिला ODI में नई ऊर्जा भर दी है।
- कुल अंतरराष्ट्रीय शतक: 17 (14 ODI, 2 टेस्ट, 1 T20I)
- 2025 में कुल छक्के: 29 (रिकार्ड)
- ऑस्ट्रेलिया‑वीएस‑भारत का सबसे तनावपूर्ण मुकाबला: 2025 के पहले ग्रुप मैच में 80 रन (66 गेंद)
- बसी के शब्द: "स्मृति का खेल‑शैली हमें नई रणनीति अपनाने के लिए प्रेरित करती है।"
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
स्मृति मंदाणा का शतक भारत की टीम पर कैसे असर डालता है?
स्मृति का शतक न केवल समूह चरण में भारत को उच्च स्कोर दिलाता है, बल्कि टीम के आत्मविश्वास को भी बढ़ाता है। उनका आक्रामक खेल‑शैली युवा खिलाड़ी‑यों को तेज़ रन बनाने की प्रेरणा देता है, जिससे मैच के परिणामों में सकारात्मक परिवर्तन आता है।
क्या मंडाना दो और शतक बनाकर मेग लैन्निंग को पीछे छोड़ सकती हैं?
हाँ, अभी उनके पास केवल दो ODI शतक की कमी है। यदि वह अगले दो समूह मैचों में शतक बनाती हैं, तो वह 15‑वर्षीय ODI शतक के रिकॉर्ड को अकेले अल्लड़ से तोड़ देंगी और इतिहास में सबसे अधिक शतक बनाने वाली महिला बन जाएँगी।
प्रतीका रावल के साथ साझेदारी कितनी प्रभावी रही?
रावल ने शुरुआती ओवरों में तेज़ रन बनाकर मंदाणा को समर्थन दिया। दोनों ने मिलकर 150‑से‑अधिक का साझेदारी किया, जो इस टूर्नामेंट में सबसे बड़ा ओपनिंग स्टैंड बना। इस साझेदारी ने भारत को मजबूत प्रारम्भिक आधार दिया और दबाव को कम किया।
न्यूज़ीलैंड महिला टीम की रणनीति क्या थी?
न्यूज़ीलैंड ने पहले पेसिंग से मंदाणा के ऑफ‑साइड को सीमित करने की कोशिश की, पर स्पिनर एडेन कार्सेन के प्रवेश के बाद उनका प्लान फेट लिया। उनकी एटैक्टिक फील्डिंग और कंट्रोल्ड रनिंग ने भी मुकाबले को टाइट रखा, पर अंततः तेज़ बाउंड्रीज़ के कारण उनका सामना अभिमानजनक नहीं रहा।
आगामी नॉक‑आउट चरण में भारत के लिये कौन‑से मैच सबसे चुनौतीपूर्ण हैं?
नॉक‑आउट में भारत को ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी टीमों का सामना करना पड़ेगा। इन दोनों प्रतिस्पर्धियों की बैटिंग लाइने‑अप बहुत गोल्डन है, इसलिए भारत को अपनी बॉलिंग और फील्डिंग में परफेक्ट प्रदर्शन करना होगा ताकि आगे का सफर सुरक्षित हो सके।
Neetu Neetu
अक्तूबर 24, 2025 AT 00:20वाह, अब तो स्मृति को स्टेडियम में इंटीरियर डेकोरेशन भी करना पड़ेगा 😏