लेबनान में पेजर धमाकों से हड़कंप: 9 की मौत, लगभग 3000 घायल
सित॰, 18 2024लेबनान में पेजर धमाकों का विनाशकारी प्रभाव
मंगलवार, 17 सितंबर 2024 को लेबनान में एक भयानक त्रासदी घटित हुई। देश के विभिन्न क्षेत्रों में एक के बाद एक कई विस्फोट हुए, जिसमें कम से कम 9 लोगों की मौत हो गई और लगभग 3000 लोग घायल हो गए। ये धमाके हिज्बुल्लाह के सदस्यों द्वारा उपयोग किए जाने वाले पेजरों को निशाना बनाकर किए गए थे। लेबनान की राजधानी बेरूत के दक्षिणी उपनगर दाहीयेह सहित अन्य केंद्रीय और दक्षिणी कस्बों में भी धमाके हुए।
इस भयावह घटनाक्रम में हिज्बुल्लाह के लड़ाकू और चिकित्सकीय कर्मी भी शिकार बने। आरोपों की बाढ़ में हिज्बुल्लाह ने इज़राइल को इन विस्फोटों का जिम्मेदार ठहराया है, हालांकि इज़राइली सेना ने इस पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। इस संदर्भ में लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बड़ी संख्या में हताहतों की पुष्टि की और जनता से अपील की है कि वे ऐसे उपकरणों का उपयोग करने से बचें जब तक कि इन धमाकों के पीछे का असली कारण स्पष्ट नहीं हो जाता।
स्वास्थ्य मंत्रालय और रेड क्रॉस की त्वरित प्रतिक्रिया
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने जब धमाकों की सूचना प्राप्त की, तो उसने तत्काल ही हताहत लोगों की मदद के लिए उपाय शुरू कर दिए। उन्होंने लोगों को सलाह दी कि वे अपने पेजर और अन्य संबंधित उपकरणों का उपयोग करने से बचें। इस चेतावनी का पालन करते हुए लेबनान रेड क्रॉस ने भी अपनी सभी एम्बुलेंस और आपातकालीन चिकित्सा कर्मचारियों को घटनास्थलों पर भेजा।
घायलों में सभी उम्र और समाज के विभिन्न वर्गों के लोग शामिल थे। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार, ईरान के लेबनान में राजदूत मोजातबा अमानी भी इन धमाकों में घायल हो गए हैं। यह तथ्य इन विस्फोटों की गम्भीरता को और बढ़ाता है।
इज़राइल-हिज्बुल्लाह संघर्ष की पृष्ठभूमि
आपको बता दें कि वर्तमान स्थिति अक्टूबर 2023 में शुरू हुई जब हिज्बुल्लाह ने इज़राइल के क्षेत्र में मिसाइलें और रॉकेट दागे थे। यह हमला हिज्बुल्लाह के सहयोगी संगठन हमास के समर्थन में किया गया था। तब से यह संघर्ष लगातार बढ़ता चला रहा है, जिसमें अब तक कई निर्दोष लोगों की जानें जा चुकी हैं और संपत्तियों का बड़ा नुकसान हो चुका है।
पिछले एक वर्ष से जारी इस संघर्ष ने एक बार फिर जिंदगी को अस्त-व्यस्त कर दिया है। ऐसे में लोग अपनी सुरक्षा के लिए परेशान हैं और इस ताजा घटना ने उनकी चिंता और बढ़ा दी है। यह घटना हिज्बुल्लाह और इज़राइल के बीच किसी बड़े युद्ध की संभावना को बल प्रदान करती है। वर्तमान में दोनों पक्षों में मिसाइल और रॉकेट हमले लगातार हो रहे हैं, लेकिन इस हालात को देखकर यह कहा जा सकता है कि युद्ध कभी भी शुरू हो सकता है।
जांच और सुरक्षा उपाय
लेबनान की सुरक्षा एजेंसियों और हिज्बुल्लाह ने इस घटना की गहराई से जांच करने का निर्णय लिया है। हिज्बुल्लाह के अधिकारियों ने इसे पिछले एक वर्ष में उनकी सुरक्षा में सबसे बड़ा उल्लंघन बताया है। इस जांच का प्राथमिक उद्देश्य यह पता लगाना है कि इन विस्फोटों के पीछे कौन है और कैसे इन्हें अंजाम दिया गया। हिज्बुल्लाह के नेता इस घटना को लेकर गंभीर हैं और उन्होंने अपने सदस्यों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
इस जांच से निकलने वाले परिणाम लेबनान की सुरक्षा व्यवस्था और उनके भविष्य के कदमों पर गहरा प्रभाव डाल सकते हैं। इसमें कोई संदेह नहीं कि इस स्थिति को नियंत्रण में लाने और प्रभावित लोगों की मदद करने के लिए लेबनान सरकार और अन्य अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियां पूरी तरह से सक्रिय हो जाएंगी।
कुल मिलाकर, लेबनान में यह स्थिति अत्यंत संवेदनशील हो गई है और इसे सही दिशा में मोड़ना अब लेबनान की सरकार और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की जिम्मेदारी है। आवश्यकता है कि वे जल्द से जल्द इस तरह की घटनाओं का समाधान निकालें ताकि लोग सुरक्षित और शांतिपूर्ण माहौल में रह सकें।