चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में भारत के लिए मिशेल सेंटनर और मैट हेनरी बने सबसे बड़ी चुनौती: इरफान पठान

चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में भारत के लिए मिशेल सेंटनर और मैट हेनरी बने सबसे बड़ी चुनौती: इरफान पठान अग॰, 1 2025

इरफान पठान की चेतावनी: भारत के सामने न्यूज़ीलैंड के दो मजबूत खिलाड़ी

जिस वक्त हर भारतीय क्रिकेट प्रेमी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 फाइनल का इंतजार कर रहा है, इरफान पठान ने एक खास बात कही है जो कप्तान रोहित शर्मा के लिए सोचने वाली है। पठान ने चर्चा की कि न्यूज़ीलैंड के कप्तान मिशेल सेंटनर और तेज़ गेंदबाज़ मैट हेनरी भारत की जीत की राह में सबसे बड़ी बाधा बन सकते हैं।

पठान ने सेंटनर की खास रणनीति और कप्तानी की सोच पर जोर दिया। उनके मुताबिक, सेंटनर का मैदान पर शांत रहना और सही समय पर विकेट निकालना भारतीय बल्लेबाजों के लिए सिरदर्द साबित हो सकता है। सेंटनर बाएं हाथ के स्पिनर हैं और उन्होंने कई बार टूर्नामेंट के बीच के ओवरों में सही लाइन-लेंथ से विपक्षियों को बांधकर रखा है।

रनों की गति रोकने के अलावा, वह स्मार्ट फील्डिंग बदलाव और गेंदबाज़ों का सही इस्तेमाल कर विपक्ष को दबाव में ला देते हैं। सेंटनर का यह अनुभव और कप्तानी भारतीय बल्लेबाजी क्रम को परेशान कर सकता है।

मैट हेनरी की विशेषज्ञता और भारतीय बल्लेबाजों के लिए सबक

इरफान पठान ने मैट हेनरी का भी खास जिक्र किया। ग्रुप स्टेज में भारत के खिलाफ उनकी 5 विकेट की शानदार गेंदबाज़ी को कौन भूल सकता है? उस मुकाबले में हेनरी ने शुरुआत में भारतीय टॉप ऑर्डर को झटके दिये और मिडिल ऑर्डर तक असर कायम रखा। उनकी स्विंग और उछाल दोनों ही भारतीय बल्लेबाजों के लिए दिक्कत का सबब बनीं।

हालांकि, अफसोस की बात है कि चोट के चलते हेनरी फाइनल में नहीं खेल पाएंगे, फिर भी इरफान ने कहा कि न्यूज़ीलैंड का बॉलिंग अटैक हेनरी की चुनौती जैसी ही रहेगा। भारत को ऐसे गेंदबाजों पर तैयारी रखनी होगी जो इधर-उधर स्विंग करा सकते हैं और सीम से भी चौंका सकते हैं।

पठान ने अपने अनुभव से बताया कि फाइनल जैसे बड़े मुकाबले में कप्तानों की रणनीति और खिलाड़ियों की सूझबूझ सबसे ज्यादा मायने रखती है। उन्होंने कहा, रोहित शर्मा को चाहिए कि वे सेंटनर पर दबाव बनाने के सटीक तरीके निकालें, ताकि मिड-ओवर में रनों के नाजुक बहाव को संभाला जा सके।

एक चीज़ और साफ है—न्यूज़ीलैंड जैसे टीम सिर्फ एक या दो खिलाड़ी पर निर्भर नहीं है, लेकिन सेंटनर और हेनरी की उपस्थिति या रणनीति भारतीय टीम के सामने अभी भी अहम चुनौती है। फाइनल में मनोवैज्ञानिक बढ़त किसका होगा, यह देखना काफी दिलचस्प रहेगा।