बांग्लादेश ने बनाई इतिहास, श्रीलंका को 2-1 से हराया पहला T20I सीरीज

पहला मैच: शुरुआती उलटफेर
श्रीलंका ने पहले टोक में ही बांग्लादेश को गिरा दिया। बांग्लादेश ने 154/5 पर डिफ़ेंड किया, लेकिन कुसल मेंडिस ने 73 रन बनाकर 51 गेंदों में लक्ष्य को 159/3 पर पहुँचाया। इस जीत में श्रीलंका के तेज़ आउटफील्डिंग और बाउंड्रीज़ ने बड़ा योगदान दिया। बांग्लादेश की ओर से पारवेज़ होसैन इमन ने 38 रन की तेज़ पारी खेली, पर कुल मिलाकर टीम का प्रदर्शन अधूरी रह गया।
मैच के बाद दोनों टीमों के कोच ने दबाव के बारे में बात की, जहाँ बांग्लादेश की ओर से कहा गया कि शुरुआती हार को सीख लेकर आगे की पारी में वापस आना है।
दूसरा व तीसरा मैच: श्रृंखला का मोड़
दूसरे मैच में बांग्लादेश ने पूरी तरह से खेल का तालमेल बदल दिया। लिटन दास ने 76 रन बनाए, 50 गेंदों में ही टीम को 177/7 तक पहुंचाया। यह स्कोर उस समय सबसे बड़ा टार्गेट था, और श्रीलंका की बैटिंग लाइन‑अप पूरी तरह टूट गई। रिशाद हुसैन ने 3 विकेट लिये, 3.2 ओवर में 18 रन देकर प्रतिद्वंद्वियों को निराश कर दिया। अंत में श्रीलंका 94 सभी आउट करके 15.2 ओवर में ही हार गया, जिससे बांग्लादेश ने भारी 83‑रन की जीत हासिल की।
तीसरे निर्णायक टोक में दोनों टीमों के बीच तनाव का स्तर शिखर पर था। श्रीलंका ने 132/7 बनाकर लक्ष्य रखा, जिसमें पथुम निस्सांका ने 46 रन का योगदान दिया। बांग्लादेश ने फिर से अटूट अटैक दिखाया—तंजिद हसन ने 73* बनाकर 47 गेंदों में लक्ष्य को निश्चित कर दिया। यह पारी केवल 16.3 ओवर में समाप्त हो गई, जिसे बांग्लादेश ने 2 विकेट से बचाकर पक्का किया। मैच में बेहतरीन गेंदबाज़ी महेदी हसन की रही; उन्होंने 4/11 की शानदार व्यक्तिगत बॉलिंग की और इस जीत के साथ अपना 50वाँ T20I विकेट भी ले लिया।
तीन मैचों की इस श्रृंखला में लिटन दास को मिला बांग्लादेश ट20 श्रृंखला जीत का प्लेयर ऑफ द सीरीज खिताब। उनकी निरंतरता और सांथ जैसे दमदार पारी ने टीम को न केवल जीत दिलाई, बल्कि युवा खिलाड़ियों के लिए जागरूकता भी पैदा की। इस जीत से बांग्लादेश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने T20I क्षितिज को विस्तारित करने का भरोसा मिला है, विशेषकर आने वाले विश्व कप और एशिया कप में।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस जीत से बांग्लादेश की टॉप क्रम में सुधार होगा और टीम को अगली बड़ी चुनौतियों के लिए मानसिक मजबूती मिलेगी। अब सवाल यह है कि बांग्लादेश इस उत्साह को कैसे बनाये रखेगा और आगे के टूर में कौन‑से नए खिलाड़ी उभर कर सामने आएंगे।